Akash Dharve Kidnapping: पंचायत CEO आकाश धारवे की किडनैपिंग का कारण लव अफेयर, बहन के लिए तहसीलदार बना अपराधी

Update: 2025-02-07 11:22 GMT

Akash Dharve Kidnapping

MP Kidnapping Case : मध्य प्रदेश। पंचायत CEO आकाश धारवे की किडनैपिंग का मामला पूरे मध्य प्रदेश में चर्चा का विषय बन गया है। पहले फिल्मी स्टाइल में धारवे को कुछ लोग ब्लैक स्कॉर्पियो में अगवा कर ले गए उसके बाद उनसे एक करोड़ रुपए की मांग की गई। आपको जानकार ताज्जुब होगा लेकिन इस क्राइम स्टोरी की शुरुआत बचपन के प्यार और धोखे से हुई थी।

अक्सर फिल्मों दिखाया जाता है कि, नायिका सफल होने के बाद फिल्म के नायक को भूल जाती है और उनके प्रेम में बाधा बन जाती है उसकी सफल जिंदगी। मध्यप्रदेश की इस स्टोरी में थोड़ा ट्विस्ट है। दरअसल, आकाश धारवे के स्कूल में उनकी एक दोस्त थी। यह दोस्ती स्कूल तक ही चली। स्कूल के बाद आकाश धारवे अपने बचपन के प्यार को भूलकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में लग गए। समय के साथ शायद वे अपनी दोस्त को भूल भी गए। प्रतियोगी परीक्षा में सफल होने के बाद एक बार फिर वे अपनी दोस्त से सम्पर्क में आए।

दोनों की दोस्ती प्यार में बदल गई। लंबे समय से दोनों रिलेशनशिप में थे। फिर यह कहानी शादी तक पहुंचती इसके पहले दोनों का ब्रेकअप हो गया। धारवे जरूर युवती को भूल गए लेकिन युवती को वे हमेशा याद रहे। यहां सीन में एंट्री होती है तहसीलदार जगदीश सिंह रंधावा की। जिस युवती के साथ आकाश धारवे रिलेशनशिप में थे उसके भाई कोई और नहीं बल्कि तहसीलदार जगदीश सिंह रंधावा थे।

तहसीलदार जगदीश सिंह रंधावा अपनी बहन की शादी जनपद पंचायत CEO आकाश धारवे से करवाना चाहते थे। इसी चाहत के चलते उन्होंने अपने साथ काम करने वाले पटवारियों को किडनैपर्स बना दिया। तहसीलदार जगदीश सिंह रंधावा, पटवारी प्रमोद दास, अजय सिंह, अजय उच्छावल और पिंकी सिंह समेत अन्य लोगों ने मिलकर जनपद पंचायत CEO आकाश धारवे का किडनैप कर लिया।

जनपद पंचायत CEO आकाश धारवे का आरोप है कि, तहसीलदार जगदीश सिंह रंधावा और उनके साथी पटवारी उस पर युवती से शादी करने या एक करोड़ रुपए देने का दबाव बना रहे थे। जब धारवे को किडनैप किया गया उसके एक दिन पहले भी इसी बात को लेकर युवती के परिजनों और आकाश धारवे की बहस हुई थी।

इसके अगले दिन आकाश धारवे को अगवा कर लिया गया। तहसीलदार और 5 पटवारी समेत कुल 13 लोगों पर एफआईआर हुई है। अपहरणकर्ता पंचायत CEO आकाश धारवे को लेकर इंदौर की ओर जा रहे थे। उज्जैन और नीमच पुलिस ने घेराबंदी कर इन्हें रोक लिया।

आकाश धारवे के भाई ने पुलिस को अपहरण की सूचना दी थी। इसके बाद सादी वर्दी में पुलिस की एक टीम तत्काल रवाना हुई। नागदा पुलिस ने घेराबंदी कर संदिग्ध वाहन को रोका और आकाश धारवे को छुड़ाया।

यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि, जहां दफ्तर में कई फाइल साहब का इंतजार करती धूल खा रही हैं वहीं साहब पटवारियों के साथ पकड़ौआ विवाह कराने में बीजी हैं।

कौन हैं तहसीलदार जगदीश सिंह रंधावा :

जगदीश सिंह रंधावा के बारे में खोज बीन करने पर सामने आया कि, इनके काम को लेकर भी कई लोगों द्वारा शिकायतें की गई हैं। 20 अप्रैल 2024 की एक खबर के अनुसार, इंदौर कलेक्टर ने शिकायत मिलने पर इनके खिलाफ एक्शन लिया था। राजस्व काम में गड़बड़ी की शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए इंदौर कलेक्टर ने 8 तहसीलदारों पर कार्रवाई की थी। इनमें जगदीश सिंह रंधावा भी शामिल थे। कलेक्टर ने कुछ समय के वेतन को राजसात करते हुए विभागीय जांच के आदेश भी दिए थे।

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