अभिव्यक्ति का महाकुम्भ: महाकुम्भ में अब साधु-संत भी करेंगे 'मन की बात', हरि धाम सनातन सेवा ट्रस्ट के शिविर में बनेगा मंच...
अभिव्यक्ति का महाकुम्भ: महाकुम्भ में एक अनूठी पहल देखने को मिलने वाली है जहाँ साधु-संत अब 'मन की बात' करेंगे।;
अभिव्यक्ति का महाकुम्भ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चर्चित कार्यक्रम 'मन की बात' की तर्ज पर महाकुम्भ में संत समाज के मन की बात कार्यक्रम भी हो रहा है। इसमें सनातन धर्म के प्रमुख विषयों और योगी सरकार के दिव्य और भव्य महाकुम्भ के विभिन्न विषयों को केंद्र में रखकर साधु संत अपनी बात रखेंगे।
त्रिवेणी के तट पर हो रहे महाकुम्भ में हर तरफ भक्ति, मुक्ति और तत्व ज्ञान की बातों की चर्चा है। इस विचार मंथन को वृहद स्वरूप देने के लिए महाकुम्भ में पहली बार साधु संतों के मन की बात कार्यक्रम किया जा रहा है। अनुष्ठान के प्रवक्ता श्री पंच दशनाम आवाहन अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी प्रकाशानंद बताते हैं कि सेक्टर 20 में हरि धाम सनातन सेवा ट्रस्ट में यह कार्यक्रम होने जा रहा है। यह विमर्श 25 जनवरी को दोपहर 2 बजे से 5 बजे तक होगा। इसमें सन्यासी, बैरागी और उदासीन सभी अखाड़ों के प्रमुख संतों के अलावा सभी हिन्दू सम्प्रदायों के साधु संत हिस्सा लेंगे। इसमें तपोनिधि श्री पंचायती अखाड़ा आनंद के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी बालकानंद गिरी, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी, श्री पंच दशनाम अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अरुण गिरी, महा मंडलेश्वर कनकेश्वरी देवी, श्री पंच दिगंबर अनी अखाड़े के श्रीमहंत माधवदास, शनिधाम पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर परमहंस दाती महाराज, श्री शंभू पंच-अग्नि अखाड़े के संपूर्णानंद ब्रह्मचारी, श्री दिगम्बर अखाड़े के महामंडलेश्वर कंप्यूटर बाबा प्रमुख हैं।
साधु-संतों के संकल्पों सहित महाकुम्भ पर होगी मन की बात
महाकुम्भ में आए लाखों साधु संत विभिन्न धार्मिक और सामाजिक संकल्प लेकर श्रद्धालुओं के बीच आए हैं। महाकुम्भ जैसा विशाल आयोजन साधु-संतों के साथ श्रद्धालुओं को जोड़ता है जहां सामान्य तौर पर श्रद्धालुओं की आध्यात्मिक उन्नति और मुक्ति के विषयों पर ही प्रवचन या सत्संग के कार्यक्रम होते हैं। सामाजिक व्यवस्था में आई चुनौतियों पर संत समाज की बात के लिए मंच नहीं मिल पाता। इसे मंच देने का माध्यम बनेगा 'साधु कहें मन की बात' कार्यक्रम। प्रवक्ता स्वामी प्रकाशानंद बताते हैं कि साधु संतों के धार्मिक और सामाजिक संकल्पों पर साधु संत इस मंच से अपनी मन की बात करेंगे। इसमें गौ हत्या पर रोक के साथ दिव्य और भव्य महाकुंभ के आयोजन के विभिन्न आयाम सम्मिलित हैं।