Parbhani Violence: बाबा साहेब अंबेडकर की मूर्ति के अपमान पर परभणी में हिंसा, गुस्साए लोगों ने की आगजनी
Parbhani Violence : परभणी। महाराष्ट्र के परभणी में जबरदस्त हिंसा हो रही है। यहां रेलवे स्टेशन के बाहर बी आर अंबेडकर की प्रतिमा के पास रखी संविधान की प्रतिकृति को क्षतिग्रस्त कर दिया, जिसके बाद आगजनी और पथराव हुआ। गुस्साए लोगों ने नारेबाजी की और टायर जलाकर परभणी नांदेड़ हाइवे को ब्लॉक कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने पथराव और आगजनी की जिसमें कई पुलिसवाले घायल हो गए हैं।
पुलिस ने बताया कि, हालात को काबू करने के लिए शहर में पुलिस टीम गश्त कर रही है। इस दौरान इलाके में लोगों के जमा होने पर रोक लगा दी गई है। परभणी में धारा 163 लगा दी गई है। लोगों को अपने घरों में रहने की हिदायत दी जा रही है। बताया जा रहा है कि आरोपी शख्स को गिरफ्तार कर लिया गया है।
संविधान की प्रतिकृति (रेप्लिका) तोड़े जाने के बाद में जोरदार विरोध में प्रदर्शन हुआ। रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि इस दौरान पत्थरबाजी की घटना भी सामने आई थी। इस पथरबाजी में कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। बाबा साहब की प्रतिमा के साथ छेड़छाड़ की इस घटना के बाद स्थानीय नेताओं ने इसका विरोध भी किया और इस कृत्य की निंदा की।
आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग
परभणी हिंसा पर एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने कहा, "जिस तरह से एक शख्स ने परभणी शहर में भारत रत्न डॉक्टर बाबासाहेब आंबेडकर की प्रतिमा के पास संविधान की रेप्लिका को क्षतिग्रस्त किया, वह अपमानजनक । ऐसा करने वाले शख्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए. जो लोग संविधान की अवहेलना करते हैं, उन्हें कहना होगा कि इसके समानता के सिद्धांत अमान्य हैं।
इस मामले पर वंचित बहुजन अघाड़ी के प्रमुख प्रकाश अंबेडकर ने कहा, परभणी में जातिवादी मराठा उपद्रवियों द्वारा बाबासाहेब की प्रतिमा पर भारतीय संविधान की धज्जियां उड़ाना बहुत ही शर्मनाक है। परभणी जिले के वीबीए कार्यकर्ता सबसे पहले घटनास्थल पर पहुंचे और उनके विरोध के कारण पुलिस ने FIR दर्ज कर एक उपद्रवी को गिरफ्तार किया। मैं सभी से कानून और व्यवस्था बनाए रखने का अनुरोध करता हूं। यह पहली बार नहीं है जब बाबासाहेब की प्रतिमा या दलित पहचान के प्रतीक पर इस तरह की तोड़फोड़ की गई हो।