Who is D Gukesh: मैं दुनिया का सबसे कम उम्र का शतरंज चैंपियन बनना चाहता हूं - 11 साल का डी गुकेश
एक ग्यारह साल का बच्चा जिसने खुद से वादा किया था कि वह दुनिया का सबसे कम उम्र का शतरंज चैंपियन बनना चाहता है। आज उसने इस बात को सच साबित कर इतिहास रच दिया है। किसी भी बड़े खेल टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक के लिए भारत की दावेदारी में चीनी खिलाड़ी हमेशा बाधा बनते रहे हैं। आज एक 18 साल के लड़के ने शतरंज में शानदार प्रदर्शन कर भारत को नंबर वन बना दिया है।
जी हां, हम बात कर रहे हैं शतरंज की दुनिया में नई सनसनी मचाने वाले गुकेश की, जिन्होंने अपने 17 साल के करियर में कई बार दुनिया को चौंकाया है। इतना ही नहीं, उन्होंने अपनी छोटी सी उम्र में कई रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं। तो आइए इस लेख में उन्हीं गुकेश के बारे में जानते हैं।
चेन्नई के रहने वाले हैं गुकेश डी
चेन्नई के रहने वाले डी गुकेश का पूरा नाम डोमाराजु गुकेश है। 7 मई 2006 को चेन्नई में जन्मे गुकेश के पिता डॉक्टर हैं जबकि उनकी मां पेशे से माइक्रोबायोलॉजिस्ट हैं। गुकेश ने महज़ सात साल की उम्र में ही शतरंज खेलना शुरू कर दिया था। शुरुआती दौर में उन्हें भास्कर ने ट्रेनिंग दी थी। इसके बाद विश्वनाथन आनंद ने खुद उन्हें शतरंज के खेल की ट्रेनिंग दी।
2015 में गुकेश ने अंडर-9 कैटेगरी में एशियाई स्कूल चेस चैंपियनशिप और 2018 में अंडर-12 कैटेगरी में वर्ल्ड यूथ चेस चैंपियनशिप जीती थी। इतना ही नहीं गुकेश ने अब तक पांच गोल्ड एशियन यूथ चैंपियनशिप अपने नाम किया है। साल 2019 में वे शतरंज के इतिहास में दूसरे सबसे कम उम्र के ग्रैंडमास्टर बने। गुकेश सबसे कम उम्र के ग्रैंडमास्टर के तौर पर सर्गेई कर्जाकिन से लगभग आगे निकल गए थे, लेकिन 17 दिन से रिकॉर्ड बनाने से चूक गए। बाद में अभिमन्यु मिश्रा ने यह रिकॉर्ड तोड़ा, जिसकी बदौलत डी गुकेश तीसरे सबसे कम उम्र के प्लेयर बन गए।
दुनिया को कई बार चौंका चुके हैं गुकेश
शतरंज की दुनिया के नए सितारे ने 17 साल की उम्र से ही अपने खेल से दुनिया को कई बार चौंकाया है। उन्होंने इस छोटी सी उम्र में कई रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं। क्या आप कभी यकीन करेंगे कि कोई 12 साल, सात महीने, 17 दिन की उम्र में भारत का सबसे युवा ग्रैंडमास्टर बन सकता है। तो आपको बता दें कि वह दुनिया के सबसे युवा ग्रैंडमास्टर का तमगा हासिल करने से सिर्फ 17 दिन से चूक गए थे। गुकेश पिWho is D गुकेष,छले साल पांच बार के विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद को पीछे छोड़कर 36 साल में पहली बार देश के शीर्ष रैंक वाले खिलाड़ी बने थे। अब उन्होंने उस शानदार सूची में एक नई उपलब्धि जोड़ ली है।
गुकेश: शतरंज की दुनिया का नया सितारा
डी गुकेश ने गुरुवार को विश्व शतरंज चैंपियनशिप के 14वें और अंतिम दौर में चीन के डिंग लिरेन को हराकर इतिहास रच दिया है। लिरेन को हराकर वह सबसे कम उम्र के विश्व शतरंज चैंपियन बन गए हैं। जानकारी के लिए बता दें कि खेल की शुरुआत 6.5 अंकों से हुई थी। आखिरी मैच भी ड्रॉ की ओर बढ़ रहा था, लेकिन लिरेन की एक गलती उनके लिए महंगी साबित हुई। जिसके बाद भारतीय युवा सितारे ने लिरेन को 7.5-6-5 से हराकर विश्व खिताब अपने नाम कर लिया। 12 साल बाद कोई भारतीय इस खिताब पर कब्जा करने में सफल हुआ है।
इससे पहले भारत के विश्वनाथन आनंद (2000-2002 और 2007-2013) विश्व शतरंज चैंपियन रह चुके हैं। गुकेश के लिए साल का अंत काफी अच्छा रहा है। इस साल उन्होंने कैंडिडेट्स 2024 टूर्नामेंट और शतरंज ओलंपियाड समेत कई अन्य खिताब जीते। इस प्रतियोगिता में उन्होंने स्वर्ण पदक जीता।