बस्तर बंद का असर: दुकानों पर ताले, विश्व हिन्दू परिषद और आदिवासी समाज समर्थन

Update: 2025-01-07 06:33 GMT

Bastar Bandh Today

Bastar Bandh Today : बस्तर। छत्तीसगढ़ के अति नक्सल प्रभावित इलाके बस्तर में पत्रकार की हत्या, आठ जवानों के शहीद और बड़े बोदल में धर्मांतरण विवाद की वजह से हुए मारपीट के विरोध में आज मंगलवार को बस्तर बंद रखा गया है। बंद का असर यहां सुबह से दिख रहा है। बाजार पूरी तरह बंद है तो वहीं दुकानों के बाहर ताला लगा हुआ है।

बस्तर बंद के दौरान यातायात वाहनों की आवाजाही भी बंद है। बस्तर बंद को बस्तर चैंबर ऑफ कॉमर्स ने भी समर्थन दिया है। जबकि सुबह से ही विश्व हिंदू परिषद व आदिवासी समाज ने शहर में रैली निकाल कर लोगों से अपने प्रतिष्‍ठान बंद करने की अपील की गई।

ये है धर्मांतरण विवाद के बाद मारपीट का मामला

दरअसल, 30 दिसंबर को जगदलपुर में ईसाई समुदाय की महिला की मौत के बाद शव को दफनाने को लेकर जमकर विवाद हुआ था। विवाद इतना बढ़ गया कि ईसाई-आदिवासी समुदाय के बीच जमकर लाठी-डंडे चले थे। इसमें लगभग आठ से ज्यादा लोग घायल हो गए।

मारपीट में गांव सरपंच भी हुए घायल 

दोनों समुदायों के बीच विवाद की जानकारी मिले ही मारपीट की घटना को शांत कराने के लिए गांव के सरपंच भी मौके पर पहुंचे। इस दौरान मारपीट में वह भी घायल हो गए। लोगों ने उनसे भी मारपीट की। इस घटना के बाद गांव में भारी पुलिसबल तैनात किया गया है। इसके साथ ही 5 लोगों को अरेस्‍ट किया गया है।

पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या 

पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्याकांड का मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर हैदराबाद से गिरफ्तार कर लिया गया है। फिलहाल उससे पूछताछ की जा रही है। इस मामले में तीन अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया है। जिसमें एक उसका चचेरा भाई भी है।

मुकेश की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सामने आया है कि, मुकेश का लिवर चार हिस्सों में कटा था। कॉलर बोन के साथ - साथ चार पसलियां और हाथ की दो हड्डी टूट गई थी। इतना ही नहीं मुकेश चंद्राकर का दिल पूरी तरह फट गया था। उनके सिर पर धारदार हथियार से कई वार किए थे। 

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बीजापुर आईईडी ब्लास्ट में आठ जवान शहीद

इन दोनों घटनों के बाद रविवार को जवान अबूझमाड़ में हुए ऑपरेशन से लौट रहे थे। इसी दौरान नक्सलियों ने विस्फोट किया गया। इस हादसे में आठ जवान शहीद हो गए जबकि आठ से नौ जवान घायल बताये जा रहा हैं। घायलों का फिलहाल इलाज जारी है।

विस्फोट इतना जबरदस्त था कि गाड़ी के परखच्चे उड़ गए और जवानों के कपड़े और शव के अंग पेड़ की टहनियों पर टंगे नजर आए। विस्फोट झेलने वाली गाड़ी को भी पहचान पाना मुश्किल था। बताया जा रहा है कि, गाड़ी के पाटर्स 25 फीट ऊंचाई पर पेड़ पर लटके दिख रहे थे। सडक़ पर 10 फीट का गड्ढा हो गया था।

हादसे में शहीद हुए जवानों को शर्धांजलि देने के लिए दंतेवाड़ा जिला मुख्यालय में कार्यक्रम आयोजित किया गया था। शहीद हुए जवानों को आज सीएम साय ने श्रद्धांजलि दी है .इसके बाद सीएम और डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने परिवार से मुलाकात कर जवानों के पार्थिव शरीर को कन्धा दिया है।

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