"स्वास्थ्यदधीचियों" को समर्पित:विश्वस्वास्थ्य दिवस:2020
डॉ सुखदेव माखीजा स्वास्थ्य विज्ञान लेखक प्रशिक्षक
वेबडेस्क। जनस्वास्थ्य संरक्षण हेतु,अखिल विश्व में जन सामान्य को स्वस्थ जीवन शैली के प्रति जागृत करने के ध्येय से विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा वर्ष1948 में जनेवा में एक संकल्प पारित किया गया; तदनुसारवर्ष1950 से प्रति वर्ष "विश्व स्वास्थ्य दिवस" का आयोजन किया जाता रहा है |समसामयिक परिस्तिथियों तथा स्वास्थ्य सम्बंधितआवश्यकताओं के दृष्टिगत प्रतिवर्ष विषय विशेष की ओर स्वास्थ्य संगठनों ,चिकित्सा विशेषज्ञों एवं जन सामान्य का ध्यान निरंत आकर्षित करने के लिए नीति निर्धारक उद्देश्योंतथादिशा निर्देशों का निर्धारण एवं प्रसारण किया जाता है | इनउद्देश्यों की पूर्ति हेतु विश्व के प्रत्येक देश में प्रशासकीय तथा सामाजिक स्तर परएवं स्वयंसेवी संगठनों के माध्यम से स्वस्थ जीवन शैली के प्रचार प्रसार के साथ साथ "रोग प्रतिरोध" के उपायोंकेपरिपालनका वैश्विक अभियान चलाया जाता है |
वर्ष 2020 का विश्व स्वास्थ्य दिवस ,वैश्विक संक्रामक महामारी "कोविड-19" के विरुद्ध इसपृथ्वी के असंख्य स्वास्थ्य कर्मियों विशेषकर परिचारिकाओं(नर्सिंग केअर)द्वारा की जा रहीसाहसिक सेवा के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने हेतु समर्पित है|वर्तमान के इस भयावहवातावरण में "कोरोना-19" विषाणु के घातक संक्रमण से स्वयं तथा अपने परिजनों के जीवन पर भीषण संकट की आशंका के बावजूद साहस, समर्पण एवं आत्मनिष्ठा के साथप्रत्येकसंवर्ग के स्वास्थ्यकर्मी , चिकित्सक तथा वैज्ञानिक रुग्ण मानव की सेवा के प्रति अथक रूप से समर्पित हैं| उनका यह निस्वार्थ त्याग " मह्रिषी दधीचि" के दिव्य त्याग की भांति दैवीय कृत्यसे कम नहीं है | भारतीयपौराणिकप्रसंगों के अनुसार दानवी आतंक के संहार हेतु मह्रिषी दधीचिनेशत्रु संहारकशस्त्र संधारण के लिए अपनी शरीर की अस्थियोंको समर्पित करने का अद्वितीयपुण्य कार्य किया था , उसी जिजीविषा के साथ आज समस्त स्वास्थ्यकर्मियों के साथ साथ शासन- प्रसाशनकेसमन्वय के अधीन सुरक्षाकर्मी , स्वच्छताकर्मी निरंतर तथा स्वयंसेवीसाधक किसी न किसी स्तरपर बहुआयामीप्रयासों के साथ वैश्विक विषाणु "संक्रामण" को विनिष्ट करकेरोग-मुक्ति केजो युद्ध स्तरीय प्रयास कर रहे हैंवे वन्दनीय एवं अभिनंदनीय हैं| मानवीय संवेदनाओं के प्रति इन सबकी शक्तिएवं भक्तिको कोटि कोटि कृतज्ञजन की ओर सेकोटिश: नमन|
"कोविद-19" संक्रमित रोगियों के समुचित उपचार तथा इस प्राणघातक संक्रमण के प्रभावी रोकथाम सम्बन्धी उपायोंको विश्व स्तर पर लागू करने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन के निर्देशन में शासकीय विभागों तथा अधीनस्थ चिकत्साविज्ञान संस्थानों तथा औषधि केन्द्रोंआदि द्वाराजन साधारण हेतु दिशा निर्देशों , सुझावों एवं नियमों कासमाचारसंचार माध्यमों के द्वारा व्यापक प्रचार – प्रसार किया जा रहा है जिनका पालन करना हम सभी का परम कर्तव्यहै |"निर्देशानुसारहाथों की सफाई , एकदूसरे से उचित शारीरिक दूरी , फेस्मास्क का उपयोग , आवागमन नियमों ,एकांतवासआदि उपायों का स्वेच्छा सेपालन करना सर्वहित में है"|
इन जीवनदायी उपायों के पालन के साथ साथ सामाजिक , पारवारिक एवं व्यक्तिगतस्तर पर रोगप्रतिरोधक्षमताके विकास के लिए वातवरण संरक्षण केप्रयास भी आवश्यक हैं | विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा निर्धारित नीतिगत उद्देश्यों में जन स्वास्थ्य एवं स्वच्छता सम्बंधित सन्देश भी समाहित हैं|
वर्तमान संक्रमणकारी परिस्थितियों मेंबदलते मौसम के कारण अन्य संक्रामककीटजन्य, जीवाणुजन्य,एवंविषाणु जन्य रोगों के प्रकट होने की आशंका है | इन संचारी रोगों ( डेंगू,मलेरिया,टायफाईड, आँतोंसम्बंधित आदि) की रोकथाम के लिए कुछसरल,साधारण एवं पूर्णतया व्यावहारिकरूप से पालन योग्यसावधानियों का पालनकरना जनस्वास्थ्य की दृष्टि से अत्यंत उपयोगी होगा :-
• पूरी बांहों तथा पैरों तक ढकने वाले वस्त्र पहनें|
• आधी बांहों की टी शर्ट, नेकर, हाफ पेंट नपहनें|
• शरीर के खुले भागों पर नहाने के बाद सरसों का तेल अथवा कीटरोधी(मोस्केटो रिपेलेंट) क्रीम लगाएं|
• भवन , मकान के बाहर नकचरा फेंके न जल भराव होने दें |
• चूंकिकीटाणु,जीवाणु,विषाणु वायु के आलावा आवारा पशुओं के शरीर पर बैठकर अथवा उनकी सांस द्वरा एक स्थान से दूसरे स्थान तक फैलकर मानव संक्रमण कर सकते हैं अत:फलों , शाक सब्जियों के छिलके, बचा हुआ भोजन आदि घर के बहार आवारा पशुओं के लिए न फेंक कर सफाई कर्मी के माध्यम से खाद ,बायोगैस निर्माण के लिए कचरा निस्तारण केंद्र तक पहुंचाएं
• पशु भोजन हेतु निर्धारित स्थान पर अथवा पशुशालामेंपशु भोजन पहुंचाएं |
• मोहल्लातथा कालोनीकल्याणसमिति,जन प्रतिनिधियों , नगर पालिका अधिकारियों के माध्यम सेआवारा पशुओं को पशु शालाओं तकपहुंचाएं |
• परिस्तिथि अनुसार कीटरोधीजाली का उपयोग करें |
• घर,भवनके फर्श को एन्टीमाइक्रोबियल सोल्यूशन(फिनाइल आदि ) से साफ़ करें
• आवश्यकतानुसार स्वास्थ्य केंद्र ,चिकित्सालय से सम्पर्क सम्पर्क करके चिकत्सीय परामर्श प्राप्त करें |
" सबके लिए स्वास्थ्य" हेतुविश्वस्वास्थ्य संगठन द्वरा निर्धारित नीतिगत लक्ष्य:
# संचारी रोगों की रोकथाम तथा उन्मूलन हेतु समयबद्ध योजनाओं का संचालन
# उच्च रक्तचाप तथा मधुमेह(डाइबिटीज) जैसे असंचारी रोगों के नियंत्रण हेतु जन जागरण अभियान
# विभिन्न रोगों की जटिलताओं से बचाव हेतु जानकारी प्रदान करना
# स्वस्थ पर्यावरण के संरक्षणहेतु व्यापक प्रचार प्रसार
# चिकित्सा व्यवसायएवं जन स्वास्थ्यके समन्वय द्वारा एकीकृत स्वास्थ्य सुविधाओं का विकास था विस्तार
# रोग संवेदनशील क्षेत्रों मेंस्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार हेतु स्वास्थ्य प्रशासकों तथा प्राधिकरणों को प्रेरित करना
# स्वस्थ जीवन शैली के पालन हेतु जन जागरण करना
# बाल्य एवं मातृत्व स्वास्थ्य के लिए विशेष योजनाओं का प्रावधान
# जरा( वृद्दावस्था)रोगों के निदान हेतु समन्वित प्रयास
# मानसिकएवंशारीरिक दिव्यंगो के पुनर्वास हेतु सामाजिक संगठनों को प्रोत्साहित करना
डॉ सुखदेव माखीजा
स्वास्थ्य विज्ञान लेखक
पूर्वप्रशिक्षक , गजराराजा चिकत्स महाविद्यालय