नईदिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य में छठे चरण के चुनाव के लिए प्रचार के आखिरी दिन सोमवार को बंगाल में चार जनसभाएं कीं। इन सभाओं में उन्होंने ममता सरकार पर दीमक की तरह बंगाल को खोखला करने का आरोप लगाया। साथ ही एक बार फिर उन्होंने बंगाल में दो सौ से अधिक सीटें जीतकर भाजपा की सरकार बनाने का दावा किया है।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पश्चिम बर्द्मान जिले की पांडवेश्वर सीट के लावदोहा मंदारबनी फुटबॉल मैदान पर भाजपा उम्मीदवार जितेंद्र तिवारी के समर्थन में सभा की। शाह ने तृणमूल कांग्रेस पर जमकर जुबानी हमला बोलते हुए घुसपैठ, सिंडिकेट राज, तोलाबाजी, कोयला व गो तस्करी को लेकर तृणमूल को घेरने की कोशिश की। उन्होंने भाजपा की सरकार बनने पर बंगाल में सीएए लागू कर मतुआ समाज के लोगों को नागरिकता देने की वादा किया। उन्होंने कहा कि बंगाल को भ्रष्टाचार दीमक की तरह खा रहा है। भ्रष्टाचार से बंगाल को भाजपा ही मुक्त करवा सकती है। शाह ने कहा कि मैं जंगलमहल, सुंदरवन, जलपाईगुड़ी, सिलीगुड़ी, दार्जिलिग, चौबीस परगना घूमते हुए यहां आया हूं। बंगाल के अंदर हर जगह यही उत्साह है, चिलचिलाती धूप में भी लोग भाजपा का समर्थन कर रहे हैं। यह माहौल बताता है कि दीदी की विदाई निश्चित है। 02 मई को 200 से ज्यादा सीटों के साथ भाजपा की सरकार बनने वाली है।
उन्होंने जनसभा में जनता से सवाल किया कि बंगाल से कटमनी, सिंडिकेट, तोलीबाजी, घुसपैठ, गौ तस्करी वाली सरकार जानी चाहिए या नहीं जानी चाहिए, जनता ने एक स्वर में कहा, जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि अन्य राज्य में एक समान नागरिक मिलेंगे, जबकि बंगाल में तीन प्रकार के नागरिक रहते हैं। पहले दीदी के प्रिय घुसपैठिए हैं, उन पर रोक लगनी चाहिए या नहीं लगनी चाहिए। घुसपैठियों से बंगाल को भाजपा ही मुक्ति दिला सकती है। दीदी उन्हें वोट बैंक के नजरिए से देखती है। दूसरे मेरे-आपके जैसे दोयम दर्जे के नागरिक हैं, जिसको दुर्गापूजा करने, स्कूलों में सरस्वती पूजा करने, प्रतिमा विसर्जन के लिए हाई कोर्ट से अनुमति लेनी होती है। तीसरे शरणार्थी हैं, जो हमारे भाई-बहन हैं। 70 साल से उन्हें नागरिकता नहीं मिली। जब मोदी ने उन्हें नागरिकता देने के लिए सीएए लाई तो दीदी बाधा बन गईं।
उन्होंने तृणमूल की एक नेत्री द्वारा दलितों को भिखारी बोलने पर भी दीदी पर जुबानी हमला बोला। कहा कि दलित हमारे अपने हैं, उन्हें हम दिल में बिठाते हैं, गले लगाते हैं। शाह ने कहा कि यह इलाका कोयला चोरी के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन जब एक मिश्रा को सीबीआइ ने गिरफ्तार किया तो दीदी के भतीजे उसके बचाव में उतर आए। अम्फन एवं कोरोना संकट में गरीबों के लिए चावल दिया गया तो उसे भी दीदी के गुंडे खा गए। दीदी का ध्यान केवल भतीजे को सीएम बनाने की ओर है। किसानों को मोदी साल में छह हजार रुपया देते हैं, लेकिन बंगाल के किसान वंचित हैं। दीदी ने उसे रोक र