कैराना में अमित शाह ने घर-घर जाकर मांगे वोट, गृहमंत्री को देख गदगद हुए लोग
मेरठ। केंद्रीय गृहमंत्री एवं भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह शनिवार को शामली जिले के कैराना पहुंचे, जहां उन्होंने घर-घर जनसंपर्क अभियान में भाग लिया। खराब मौसम के बावजूद अमित शाह को अपने बीच देखकर लोगों में गजब का उत्साह दिखाई दिया। उत्साहित लोगों ने जय श्रीराम के नारे लगाए। अमित शाह ने कहा कि कैराना से पलायन कराने वाले अब खुद पलायन कर गए हैं। कैराना में अब सुशासन दिखाई दे रहा है।
उत्तर प्रदेश में पहले चरण का विधानसभा चुनाव शामली, मेरठ, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, हापुड़, गाजियाबाद, बुलंदशहर, मथुरा, आगरा और अलीगढ़ जिलों में होगा। इन 11 जिलों की कुल 58 सीटों के लिए 10 फरवरी को मतदान होगा। इसके लिए 21 जनवरी को नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तारीख थी। अब भाजपा के दिग्गज नेता चुनाव प्रचार करने और संगठन को मजबूती देने के लिए निकल पड़े हैं। शनिवार को केद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कैराना आकर घर-घर जनसंपर्क अभियान चलाया। बारिश के बीच कैराना आए अमित शाह ने लोगों से घर-घर जाकर जनसंपर्क किया और भाजपा को प्रचंड बहुमत से जिताने की अपील की।
कैराना में अब सुशासन -
शाह ने कहा कि कैराना में अब सुशासन दिखाई दे रहा है। कैराना से पलायन कराने वाले अब खुद पलायन कर गए हैं। लोगों ने कहा है कि मोदीजी की कृपा हुई है। योगी जी ने कानून व्यवस्था को सुधारा। आने वाले दिनों में उप्र भारत का सबसे विकसित राज्य बनने जा रहा है। कभी व्यापारी परिवारों को पलायन करना पड़ा था। अब वह वापस आ गए हैं। उप्र में कानून व्यवस्था की स्थिति बरकरार रखना, तुष्टीकरण खत्म करना, 01 जाति के लिए काम करने वाली सरकारों की प्रथा को खत्म करना है। इसलिए एक बार फिर योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा की सरकार प्रचंड बहुतम से बनेगी। अमित शाह ने सभी मतदाताओं से अनुरोध किया कि कोरोना के कारण पार्टी के कार्यकर्ता भले ही ना पहुंच पाएं, लेकिन 10 फरवरी को आप सुबह-सुबह ही कमल का बटन दबाकर प्रचंड बहुत से भाजपा सरकार बनाएं। उप्र के सभी वर्गों की एक ही आवाज सुनाई पड़ रही है- इस बार भाजपा 300 पार।
अमित शाह को अपने बीच देखकर लोग गदगद हो गए और जय श्रीराम के नारे लगाए। कैराना में टीचर्स कॉलोनी में अमित शाह ने जनसंपर्क किया। व्यापारी राकेश गर्ग के प्रतिष्ठान साधु स्वीट्स पर पहुंचे और उनका हालचाल लिया। उल्लेखनीय है कि साधु स्वीट्स 70 साल पुरानी दुकान थी। 2014 में बदमाशों के डर से साधु पलायन करके अंबाला चले गए थे। उस दौरान बदमाशों ने उनसे 20 लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी। भाजपा सरकार बनने पर वह कैराना वापस लौटे। इस दौरान अमित शाह ने व्यापारी को सुरक्षा का भरोसा दिलाया और कहा कि अब कैराना को विकसित किया जाएगा। इसके साथ ही कई अन्य परिवारों से भी मुलाकात की। उनके साथ प्रदेश के पंचायती राज मंत्री भूपेंद्र चौधरी, कैराना के सांसद प्रदीप चौधरी, भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष मोहित बेनीवाल, जिलाध्यक्ष सत्येंद्र तोमर आदि उपस्थित रहे।
शामली और बागपत जिले के पदाधिकारियों के साथ बैठक -
इसके बाद शामली स्थित होटल ओर्चिड में गृहमंत्री अमित शाह ने शामली एवं बागपत जिले के भाजपा पदाधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने गुटबाजी और कलह को भुलाकर भाजपा प्रत्याशियों को जिताने की अपील की। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता पार्टी की ताकत हैं और उसकी बात को अनदेखा नहीं किया जाएगा। पोलिंग बूथ पर पूरी ताकत से काम करना है। उल्लेखनीय है कि आठ नवंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कैराना आकर पीड़ित व्यापारियों से मुलाकात की थी और उन्हें सुरक्षा का भरोसा दिलाया था। मुख्यमंत्री ने पलायन के बाद लौटे व्यापारी विजय मित्तल के घर जाकर मुलाकात की थी।