नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में कोरोना लॉकडाउन में भी आतंकवादियों का सफाया जारी है। घाटी में इस साल अब तक जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के करीब 50 टॉप आतंकियों को भारतीय सुरक्षा बलों ने मौत के घाट उतार दिया है, इनमें से 18 आतंकियों को लॉकडाउन के दौरान मारा गया है। यह जानकारी एक अधिकारी ने दी है। हालांकि, अधिकारी ने यह भी कहा कि आतंकियों से लोहा लेने के दौरान ऑपरेशन में 17 सुरक्षाबलों के जवान भी शहीद हो चुके हैं।
अधिकारी ने कहा कि आतंकवादियों ने पिछले चार महीनों में 9 आम नागिरकों की भी हत्या की है। उन्होंने कहा कि सुरक्षाबलों ने जिन 50 आतंकियों को मार गिराया है, उनमें जैश, लश्कर और हिज्बुल मुजाहिद्दीन के शीर्ष कमांडर शामिल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इस साल अब तक 50 आतंकी मारे गए हैं, जिनमें 18 कोरोना वायरस की वजह से देशभर में लागू लॉकडाउन के दौरान ही मारे गए हैं। अधिकारी ने कहा कि लश्कर के जिला कमांडर मुजफ्फर अहमद भट समेत चार आतंकवादी 15 मार्च को दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के डायलगाम इलाके में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए थे। अधिकारी ने कहा कि वे लश्कर और हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल थे।
उन्होंने आगे कहा कि 25 जनवरी को दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के त्राल इलाके में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गए थे, जिनमें जैश का स्वघोषित कश्मीर प्रमुख कारी यासिर शामिल था। हालांकि, इसमें तीन जवान घायल हुए थे।
इसके अलावा, हिजबुल मुजाहिद्दीन के एक शीर्ष कमांडर हारून वानी 15 जनवरी को जम्मू-कश्मीर के डोडा के गुंडाना इलाके में सुरक्षा बलों के साथ भीषण मुठभेड़ में मारा गया था। बता दें कि इससे पहले पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने पहले कहा था जम्मू-कश्मीर में 2019 में 160 आतंकवादी मारे गए और 102 गिरफ्तार किए गए थे।अधिकारी ने कहा कि 23 जनवरी को यासिर का एक साथी आतंकवादी कमांडर अबू सैफुल्लाह उर्फ अबु कासिम पुलवामा जिले के खुरे इलाके में मारा गया था। वहीं, 9 अप्रैल को उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले के सोपोर में सुरक्षाबलों ने जैश-ए-मोहम्मद के कमांडर सजाद नवाब डार को मार गिराया।