भोपाल में CM यादव ने किया मीसाबंदियों का सम्मान, कहा - स्कूल में पढ़ाएंगे आपातकाल संघर्ष
CM मोहन यादव ने मीसाबंदियों के लिए एयर एम्बुलेंस में 25 प्रतिशत छूट देने की भी घोषणा की।
हाइलाइट्स :
- मीसाबंदियों को मिलने वाली अंत्येष्टि राशि बढ़ाई गई।
- लोकतंत्र सेनानियों का अंतरिम संस्कार राजकीय सम्मान से होगा।
- उद्योग लगाने में भी मीसाबंदियों की मदद करेगी सरकार।
मध्यप्रदेश। रस्सी जल गई लेकिन बल नहीं गया - यह बात मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भोपाल में मीसाबंदियों (लोकतंत्र सेनानी) के सम्मेलन कार्यक्रम में कही है। इस सम्मेलन में पूरे प्रदेश के 750 मीसाबंदी और उनके परिजन शामिल हो गए। सीएम यादव ने सम्मलेन में कांग्रेस की आपातकाल के लिए निंदा की और कई महत्वपूर्ण घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि, स्कूल के पाठ्यक्रम में आपातकाल के संघर्ष को पढ़ाया जाएगा और लोकतंत्र सेनानी और स्वतंत्रता सेनानी का अंतिम संस्कार भी राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।
CM मोहन यादव ने घोषणा की कि, लोकतंत्र सेनानियों के परिजनों को दी जाने वाली अंत्येष्टि राशी भी बढ़ाई जाएगी। पहले यह आठ हजार थी अब सीएम यादव ने इसे दस हजार रुपए करने की घोषणा की है। इसके अलावा पीएम श्री एयर एम्बुलेंस सुविधा, एयर टैक्सी में 25 प्रतिशत छूट, सर्किट हॉउस में ठहरने पर 50 प्रतिशत रियायत के साथ - साथ टोल नाके पर भी रियायत दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि, 'लोकतंत्र सेनानियों को उद्योग - धंधे स्थापित करने के लिए सरकार प्रयास करेगी। इसके लिए उन्हें हर संभव मदद दी जाएगी। उद्योग लगाने के लिए प्रशिक्षण की जरुरत भी हुई तो सरकार उसकी व्यवस्था करेगी। इसके अलावा सीएम ने कहा कि, जुलाई माह में अलग - अलग जिलों में प्रवास के दौरान वे लोकतंत्र सेनानियों मुलाकात भी करेंगे।'
मुख्यमंत्री निवास में आयोजित कार्यक्रम में सीएम यादव ने कहा, 'भारत में लोकतंत्र की पुनर्स्थापना के लिए लोकतंत्र सेनानियों ने जो संघर्ष किया है, उसके लिए समस्त देशवासी कृतज्ञ हैं और मैं लोकतंत्र सेनानियों को यह विश्वास दिलाता हूं कि, मध्यप्रदेश सरकार सदैव लोकतंत्र की मजबूती एवं लोककल्याण के लिए समर्पित है। इसके साथ ही सीएम ने सभी का स्वागत पुष्प वर्षा से किया।