UP news: रामलीला देखने गए दलित को बैठने के लिए कुर्सी नहीं मिली तो कर ली आत्महत्या, पुलिस पर आरोप

Update: 2024-10-09 05:38 GMT

रामलीला देखने गए दलित को बैठने के लिए कुर्सी नहीं मिली तो कर ली आत्महत्या

Kasganj News : कासगंज। उत्तरप्रदेश के कासगंज में दलित उत्पीड़न का मामला सामने आया है। एक व्यक्ति रामलीला देखने गया था लेकिन उसे बैठने के लिए कुर्सी नहीं दी गई। इस अपमान से आहत होकर व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली। पुलिस अब इस मामले की जांच में जुट गई है। आत्महत्या करने वाले के परिजनों ने दो पुलिस वालों को इसका जिम्मेदार बताया है।

यह मामला कासगंज के सलेमपुर वीवी गांव का है। मृतक की पत्नी का आरोप है कि, दो पुलिसकर्मियों ने पीड़ित को बैठने के लिए कुर्सी नहीं दी। इसके बाद आहत होकर पीड़ित ने घर में आत्महत्या कर ली। पीड़ित की पत्नी ने यह भी आरोप लगाया कि, पुलिस द्वारा उसके पति के साथ मारपीट की गई है। आत्महत्या करने वाले व्यक्ति के परिजनों ने थाने में दो पुलिसकर्मियों के खिलाफ तरीर दी है।

जिस व्यक्ति ने आत्महत्या कि,उसका नाम रमेश चंद बताया गया है। रमेश चंद के दामाद ने बताया है कि, रात 9 बजे रमेश चंद रामलीला देखने गए थे। वहां पड़ी कुर्सी पर रमेश बैठ गए। पुलिस कॉन्स्टेबल बहादुर सिंह और सिपाही विक्रम सिंह ने रमेश को कुर्सी से उठाया और गाली गलौज की। दोनों पुलिस वालों ने रमेश सिंह के साथ मारपीट भी की ऐसा परिजनों का आरोप है।

रमेश चंद के दामाद ने आगे बताया कि, उसके ससुर ने घर आकर रो - रो कर सारी बात बताई। इसके बाद आत्महत्या कर ली। वहीं पुलिस वालों का कहना है कि, रमेश नशे में थे। वह रामलीला के मंच पर बैठ गए थे। पुलिस वालों को उन्हें हटाने के लिए कहा गया। इसके बाद रमेश अपने घर चले गए। सुबह सूचना मिली कि, रमेश चंद ने आत्महत्या कर ली है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। आगे की जांच जारी है।

Tags:    

Similar News