कैबिनेट मंत्रियों की सैलरी जानकर हैरान रह जाएंगे आप, सैलरी के साथ मिलती हैं और भी सुविधाएं
आइए जानते हैं कैबिनेट मिनिस्टर को कितनी सैलरी मिलती हैं, साथ ही इन मिनिस्टर्स को सरकार की तरफ से और क्या-क्या सुविधाएं मिलती हैं....
तीसरी बार अपनी केंद्रीय सरकार बनाने वाले नरेंद्र मोदी ने 9 जून को राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री की शपथ लेकर अपना पदभार संभाल लिया है। वही इस भव्य समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत 72 सांसदों ने भी कैबिनेट मिनिस्टर की शपथ लेकर अपना कार्यभार संभाल लिया है।
वहीं इस कैबिनेट मिनिस्टर की लिस्ट में इस बार मध्यप्रदेश के मामा शिवराज सिंह चौहान का भी नाम शामिल है। आपको बता दें की कैबिनेट मिनिस्टर मंत्रिमंडल का सबसे खास हिस्सा होता है। सरकार से जुड़े हर फैसलों में ये सारे मिनिस्टर शामिल होते हैं, जिन्हें हम कैबिनेट की बैठक बोलते हैं। इन सारी जानकारी के अलावा हमारे मन में एक और सवाल आता है कि इन कैबिनेट मिनिस्टर को कितनी सैलरी मिलती हैं, साथ ही इन मिनिस्टर्स को सरकार की तरफ से और क्या-क्या सुविधाएं मिलती हैं....
लेकिन इससे पहले हम आपको बता दें की भारत के केंद्रीय मंत्रिमंडल में तीन प्रकार के मंत्री होते हैं। इनमें कैबिनेट मंत्री, राज्य मंत्री और राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार मंत्री होते हैं। ये कैबिनेट के सदस्य मंत्रिमंडल का वो हिस्सा होते हैं, जिन पर मंत्रालय का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी होती है।
मंत्रिमंडल में कैबिनेट मिनिस्टर को मिलते हैं सबसे ज्यादा अधिकार
आपको बता दें की केंद्रीय सरकार में प्रधानमंत्री के बाद सबसे ज्यादा ताकतवर कैबिनेट मिनिस्ट होते हैं। उनके पास एक से ज्यादा मंत्रालय की जिम्मेदारी होती है, साथ ही उनसे जुड़े हर फैसले कैबिनेट मिनिस्टर करते हैं। वे अपने मंत्रालय से जुड़ी हर रिपोर्ट की जानकारी सीधे प्रधानमंत्री को देते हैं।
वहीं राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भी अपने कार्य की सीधी रिपोर्ट प्रधानमंत्री को देता है। वह अपने विभाग के स्वतंत्र प्रभारी होते हैं। आपको बता दें कि राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कैबिनेट की बैठक में शामिल नहीं होते हैं। वहीं आमतौर पर तीसरे नंबर पर आने वाले राज्यमंत्री कैबिनेट मिनिस्टर के सहयोगी के रूप में अपना काम करते हैं।
कैबिनेट मिनिस्टर को हर महीने मिलता है एक लाख का वेतन।
कैबिनेट मंत्री को वेतन के रूप में करीब एक लाख रूपये मिलते है। वही इसके साथ उन्हें निर्वाचन, क्षेत्र भत्ता 70 हजार, कार्यालय 60 हजार और सरकार भत्ता 2 हजार रूपये मिलता है।
वेतन के साथ और भी कई सुविधाएं मिलती हैं
कैबिनेट मंत्री को वेतन और भत्ते के अलावा और भी कई सारी सुविधाएं मिलती हैंं, जिसमें एक बंगला, सरकारी गाड़ी, फ्री यात्रा, फ्री चिकित्सा सुविधा जैसी चीज़े शामिल हैं। उन्हें गाड़ी खरीदने के लिए भी अलग से राशि दी जाती है। साथ ही मंत्री और उनके परिवार के लिए अलग से सरकार द्वारा संचालित अस्पतालों में निशुल्क उपचार की सुविधा मिलती है।
रिटायरमेंट के बाद भी मिलती है पैंशन
अपना कार्यकाल खत्म होने के बाद मंत्रियों को पैंशन भी मिलती है, आपको बता दें कि रिटायरमेंट के बाद कैबिनेट मिनिस्टर को 20 हजार रुपए पैंशन के तौर पर दिए जाते हैं। साथ ही पांच साल पूरे होने पर 1500 रुपए अतिरिक्त बढ़ोतरी होती है। इसी बीच अगर किसी कैबिनेट मिनिस्ट का स्वर्गवास हो जाता है तो उनके पार्टनर को पेंशन की सुविधा दी जाती है।