Independence Day 2024: "2047 के विकसित भारत में सामान्य मानव के जीवन में सरकार का दखल कम होगा", लाल किले से देश को संबोधित कर रहे हैं पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से लगातार ११वीं बार ध्वजारोहण किया।

Update: 2024-08-15 02:36 GMT

पूरे देश में आजादी का जश्न मनाया जा रहा है। 78वें स्वतंत्रता दिवस का पर्व देश के कोने - कोने में मनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित सभी राजनेता राजधानी दिल्ली के लाल किले में पहुंच गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से लगातार ११वीं बार ध्वजारोहण किया। इसके बाद राष्ट्रीय ध्वज गार्ड्स द्वारा राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी गई। वायुसेना के दो एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर्स ने कार्यक्रम स्थल पर पुष्पवर्षा भी की गई। पीएम मोदी देश भर को संबोधित कर रहे हैं। वो लगातार 11वीं बार देश को संबोधित कर रहे हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि आज वो शुभ घड़ी है जब हम देश की आज़ादी के लिए मर मिटने वाले, अपना जीवन समर्पित करने वाले आज़ादी के दीवानों को नमन करने का ये पर्व है। ये देश उनका ऋणी है। ऐसे हर देशवासी के प्रति हम अपना श्रद्धा भाव व्यक्त करते हैं।

प्राकृतिक आपदाओं का किया जिक्र

संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, "इस वर्ष और पिछले कई वर्षों से प्राकृतिक आपदा के कारण हमारी चिंता बढ़ती चली जा रही है। प्राकृतिक आपदा में अनेक लोगों ने अपने परिवार जन खोए हैं, संपत्ति खोई है। मैं आज उन सब के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं और मैं उन्हें विश्वास दिलाता हूं कि ये देश इस संकट की घड़ी में उनके साथ खड़ा है।"


बैंकिंग क्षेत्र के लिए कही ये बात

बैंकिंग क्षेत्र में जो रिफॉर्म हुआ...आप सोचिए बैंकिंग सेक्टर का पहले क्या हाल था, ना विकास होता था, ना विस्तार होता था, ना विश्वास बढ़ता था...हमने बैंकिंग सेक्टर में अनेक रिफॉर्म किए। आज विश्व के सबसे मजबूत बैंकों में हमारे बैंकों ने अपना स्थान बनाया। जब बैंकिंग मजबूत होती है तो अर्थव्यवस्था की ताकत भी बढ़ती है।

मध्यम परिवार के लिए कही ये बात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मध्यमवर्गीय परिवार देश के लिए बहुत देता है। मध्यमवर्गीय परिवार की क्वालिटी ऑफ लाइफ स्वभाविक रूप से अपेक्षा है। उन्होंने कहा कि मैंने तो सपना देखा है कि २०४७ विकसित भारत का सपने की एक ईकाई ये भी होगी कि सामान्य मानव के जीवन पर सरकार की दखल कम हो। जहां सरकार की जरूरत हो वहां अभाव न हो और बेवजह प्रभाव भी न हो।


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