कोलकाता। अपने चुनाव प्रचार पर 24 घंटे की रोक संबंधी आयोग के फैसले के खिलाफ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने करीब साढ़े तीन घंटे बाद अपना धरना अचानक खत्म कर दिया। कोलकाता के धर्मतल्ला में स्थित महात्मा गांधी की मूर्ति के सामने सुबह 11:30 बजे से वह धरने पर बैठी हुई थीं और दोपहर बाद 3:00 बजे के करीब अचानक वह अपना धरना खत्म कर सुरक्षा गार्डों के साथ गाड़ी में बैठ कर वापस रवाना हो गईं। ममता बनर्जी ने जहां धरना दिया, वह क्षेत्र भारतीय सेना के अधीन है और पूर्वी कमान की अनुमति के बगैर वह व्हीलचेयर पर बैठकर धरना दे रही थीं।
ममता ने धरनास्थल पर एक पेंटिंग भी बनाई और लोगों को दिखाया था। वैसे तो ममता अकेले बैठकर धरना दे रही थीं लेकिन आसपास उनके समर्थकों और अन्य नेताओं का जमघट था जो हाथों में "लोकतंत्र के लिए काला दिन" का बैनर लिए हुए थे। अपराह्न 3:00 बजे के करीब अचानक मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने सुरक्षाकर्मियों को इशारा किया, मीडिया को नमस्ते की, गाड़ी आई उसमें बैठीं और वापस चली गईं। इसके बाद आसपास मौजूद लोग भी वापस लौट गए। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मुसलमानों को एकजुट होकर वोट करने की अपील की थी। उसके अलावा आरोप है कि सेंट्रल फोर्स को घेरने के लिए भी उन्होंने लोगों को उकसाया था और चुनाव आयोग पर लगातार हमलावर थीं। इसे लेकर उन पर 24 घंटे का प्रतिबंध सोमवार रात 8:00 बजे से मंगलवार रात 8:00 बजे तक लगाया गया है। इसके खिलाफ उन्होंने धरना दिया था। वे मंगलवार रात ही 8:00 बजे के बाद उत्तर 24 परगना में दो जनसभाओं को भी रात 8:00 बजे के बाद संबोधित करने वाली हैं।