Nitin Gadkari: नितिन गडकरी को लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष के बड़े नेता ने ऑफर किया था पीएम पद, फिर ठुकराया क्यों?
Nitin Gadkari : नई दिल्ली। केंद्रीय परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि, लोकसभा चुनाव से पहले उन्हें विपक्ष के बड़े नेता ने पीएम पद ऑफर किया था। नितिन गडकरी ने बताया कि, उन्होंने क्यों इस ऑफर को ठुकरा दिया। एक समय पर नितिन गडकरी भी पीएम की रेस में शामिल थे ऐसे में उनके खुलासे के बाद एक बार फिर राजनीतिक गलियारों में उनकी चर्चा होने लगी है।
नितिन गडकरी ने कहा कि, "विपक्ष के एक वरिष्ठ नेता ने उन्हें 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री पद की पेशकश की थी। हालांकि, उन्होंने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया क्योंकि यह उनके विश्वास के खिलाफ था। केंद्रीय मंत्री नागपुर में पत्रकारिता पुरस्कार समारोह को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान नितिन गडकरी ने कहा, "विपक्षी दल के एक वरिष्ठ नेता ने मुझे प्रधानमंत्री पद की पेशकश की। मुझे बताया गया कि अगर मैं मंजूरी देता हूं तो वे मुझे प्रधानमंत्री बनाने के लिए काम करेंगे।"
इसके बाद नितिन गडकरी ने बताया कि, "मैंने तुरंत प्रस्ताव ठुकरा दिया। मैंने उस नेता से साफ तौर पर कहा कि मैं विचारधारा और विश्वास में विश्वास रखने वाला व्यक्ति हूं। मैंने हमेशा सिद्धांतों पर काम किया है।" उन्होंने आगे कहा कि, "मैंने यह स्पष्ट कर दिया कि मैंने कभी देश का पीएम बनने की महत्वाकांक्षा नहीं रखी। इसलिए, किसी भी प्रस्ताव को स्वीकार करने का सवाल ही नहीं उठता। मेरी परवरिश ऐसी हुई है कि मैं कुछ सिद्धांतों और विश्वास पर जीया हूं, जिन पर कोई समझौता नहीं किया जा सकता है और जिनसे समझौता नहीं किया जा सकता है।"
कौन था विपक्ष का वो बड़ा नेता :
नितिन गडकरी ने विपक्षी नेता की पहचान बताने या अधिक जानकारी साझा करने से परहेज किया। नितिन गडकरी के इस खुलासे से उनकी अपनी पार्टी के कई लोगों आश्चर्य में हैं। बता दें कि, आरएसएस-भाजपा से जुड़े होने के बावजूद गडकरी के कांग्रेस समेत सभी दलों के नेताओं से मधुर संबंध हैं। महाराष्ट्र में गडकरी के शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे और एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार दोनों के साथ अच्छे संबंध हैं। पवार और गडकरी अक्सर दो अलग-अलग विचारधारा वाली पार्टियों का प्रतिनिधित्व करने के बावजूद सामाजिक कार्यक्रमों में मंच साझा करते हैं और एक-दूसरे की प्रशंसा करते हैं।
कम्युनिस्ट नेता एबी बर्धन के साथ दोस्ती :
कार्यक्रम में कम्युनिस्ट नेता एबी बर्धन के साथ अपनी पुरानी दोस्ती को दोहराते हुए नितिन गडकरी ने कहा, "मुझसे अक्सर बर्धन के प्रति मेरी दोस्ती और सम्मान के बारे में पूछा जाता था। मुझे उनकी पार्टी के प्रति प्रतिबद्धता और दृढ़ विश्वास पसंद आया। चाहे राजनीति हो या कोई और पेशा, जो मायने रखता है वह है दृढ़ विश्वास।"
सुपारी पत्रकारों की संख्या में वृद्धि :
नितिन गडकरी ने आगे कहा कि, "ऐसे पत्रकार हैं जो ईमानदारी से काम करते हुए अपना जीवन समर्पित करते हैं लेकिन पिछले कुछ वर्षों में 'सुपारी पत्रकारों' की संख्या में वृद्धि हुई है। ये लोग लोगों को ब्लैकमेल करने और अपने निहित स्वार्थों को पूरा करने के लिए सूचना के अधिकार का दुरुपयोग करते हैं। मैं ऐसे एक व्यक्ति को जानता हूं जिसके पास मर्सिडीज कार है।" हालांकि यहां भी उन्होंने पत्रकार का नाम उजागर नहीं किया।