शरद पवार ने किया खुलासा : प्रधानमंत्री मोदी महाराष्ट्र में भाजपा-राकांपा सरकार चाहते थे
मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काम करने के तरीके की तारीफ करते हुए कहा कि उनका स्वभाव ऐसा है कि जब वह किसी काम को हाथ में लेते हैं, तो वह यह सुनिश्चित करते हैं कि काम अपने मुकाम तक पहुंच जाए। उन्होंने खुलासा करते हुए कहा की वे महाराष्ट्र में भाजपा और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी गठबंधन की सरकार बनाना चाहते थे। उस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन भी किया था, लेकिन मैंने दोनों दलों की विचारधारा अलग-अलग होने की वजह से मना कर दिया था।
शरद पवार ने बुधवार को मुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि 2019 में हुए विधानसभा चुनाव के बाद राज्य में सरकार गठन के लिए प्रधानमंत्री ने खुद उन्हें फोन किया था। प्रधानमंत्री चाहते थे कि वे भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाएं लेकिन मैंने दोनों दलों की विचारधारा अलग-अलग होने की वजह से मना कर दिया था। इसके बाद प्रधानमंत्री ने कहा था कि फिर भी विचार करिये।
इसके साथ ही उन्होंने इस बात की ओर भी इशारा किया कि वर्ष 2004 से 2014 के दौरान यूपीए के शासनकाल में नरेंद्र मोदी के खिलाफ बदले की राजनीतिक करने की कोशिश हुई थी। उन्होंने कहा कि मैंने उनके खिलाफ प्रतिशोध की राजनीति का हमेशा विरोध किया, लेकिन यूपीए गठबंधन के कुछ लोगों ने गुजरात सरकार के कुछ लोगों के खिलाफ कठोर कदम उठाए।उन्होंने बताया की मेरे साथ तत्कालीन पीएम मनमोहन सिंह उस समय गुजरात के सीएम रहे नरेंद्र मोदी के खिलाफ किसी भी तरह के बदले की कार्रवाई का विरोध किया था।
शरद पवार के इस बयान का समर्थन शिवसेना प्रवक्ता संजय राऊत ने भी किया है। संजय राऊत ने कहा कि चुनाव बाद भाजपा सरकार बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही थी। भाजपा ने राकांपा के साथ सरकार बनाने के लिए प्रयास किया था। यह बात वे जानते थे लेकिन शरद पवार अलग फार्मूले पर काम कर रहे थे। बाद में इसी फार्मूले पर ही राज्य में महाविकास आघाड़ी सरकार का गठन हुआ।भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि अगर ऐसी बात थी तो शरद पवार इतने दिन तक चुप क्यों थे। चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि शरद पवार हमेशा झूठ बोलकर राजनीति करते हैं, इसलिए उनकी बात का विश्वास नहीं किया जा सकता है। पाटिल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व शरद पवार के बीच क्या बात हुई, यह उन्हें नहीं पता।