बांग्लादेश में हालत खराब, PM शेख हसीना ने दिया इस्तीफा, ढ़ाका छोड़कर पहुंची भारत
Bangladesh violence : हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश की राजधानी ढाका में प्रधानमंत्री शेख हसीना के आधिकारिक आवास पर धावा बोल दिया था।
Bangladesh violence : बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना सोमवार को दोपहर करीब 2:30 बजे एक सैन्य हेलीकॉप्टर से बंगभवन से रवाना हुईं। उनके साथ उनकी छोटी बहन शेख रेहाना भी थीं। जानकारी के अनुसार शेख हसीना ने बंगलादेश की प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। उनका हेलीकॉप्टर भारत के पश्चिम बंगाल राज्य में अगरतला में लैंड हुआ है। बंगलादेश में सत्ता की कमान सेना संभालेगी या अन्य कोई इंतजाम किए जाएंगे यह साफ़ नहीं हुआ है।
हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश की राजधानी ढाका में प्रधानमंत्री शेख हसीना के आधिकारिक आवास पर धावा बोल दिया था। ढाका के मोहाखाली इलाके से जानकारी सामने आई कि उत्तरा से हजारों लोग पैदल और रिक्शा में शाहबाग की ओर बढ़ रहे हैं। इनमें कई महिलाएं भी हैं। यह इलाका शहर के बीचों-बीच एक प्रमुख परिवहन केंद्र है, जहां कई पार्क और विश्वविद्यालय भी हैं। जानकारी के अनुसार सेना के जवानों द्वारा पीएम आवास की ओर बढ़ रहे प्रदर्शनकारियों को रोका नहीं गया। दोपहर के समय पुलिस भी सड़कों पर दिखाई नहीं दी।
शेख हसीना का पीएम पद इस्तीफ़ा ऐसे समय में आया है जब हज़ारों प्रदर्शनकारी राजधानी ढाका की सड़कों पर उतर आए हैं - हज़ारों और प्रदर्शनकारियों के आने की संभावना है, एक दिन पहले पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प में कम से कम 90 लोग मारे गए थे। पिछले महीने सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई के दौरान लगभग 300 लोग मारे गए हैं।
भारत-बांग्लादेश सीमा पर हाई अलर्ट :
बांग्लादेश में कानून व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए बीएसएफ ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर हाई अलर्ट जारी कर दिया है। बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बीएसएफ के डीजी भी कोलकाता पहुंच गए हैं।
अंतरिम सरकार बनेगी, हत्याओं की होगी जांच :
प्रधानमंत्री हसीना ने इस्तीफा दे दिया है, अंतरिम सरकार देश को चलाएगी। हम देश में शांति वापस लाएंगे। हम नागरिकों से हिंसा रोकने का आग्रह करते हैं। हम पिछले कुछ हफ्तों में हुई सभी हत्याओं की जांच करेंगे," बांग्लादेश के सेना प्रमुख वकर-उज-जमान ने कहा। सेना प्रमुख ने आगे कहा, "देश में कर्फ्यू या किसी आपातकाल की जरूरत नहीं है, आज (5 अगस्त) रात तक संकट का समाधान निकाल लिया जाएगा। छात्रों से अनुरोध है कि, वे शांत रहें और घर वापस जाएं।"