Vikas Divyakirti Interview: दिल्ली राजेंद्र नगर हादसे के 4 दिन बाद सामने आए शिक्षक विकास दिव्यकीर्ति, कहा मुझे बनाया गया निशाना

Vikas Divyakirti Interview: जब कोई घटना घटती है तो उसके बाद लोग एक बलि का बकरा ढूंढते हैं। इससे शासन- प्रशासन के लिए चीजें आसान हो जाया करती हैं। इस घटना के बाद मैं बलि का बकरा बना।

Update: 2024-07-31 07:15 GMT

Vikas Divyakirti Interview: देश के जाने माने टीचरों में से एक विकास दिव्यकीर्ति ने दिल्ली के ओल्ड राजेंद्रनगर में हुए हादसे के 4 दिन बाद अपनी चुप्पी तोड़ ली है। उन्होंने कहा कि मैं कोचिंग सेंटर को सील करने की कार्रवाई से पूरी तरह से सहमत हूं।

जब कोई घटना घटती है तो उसके बाद लोग एक बलि का बकरा ढूंढते हैं। इससे शासन- प्रशासन के लिए चीजें आसान हो जाया करती हैं। इस घटना के बाद मैं बलि का बकरा बना। उन्होंने कहा है कि “ हां हम मानते है हमारे द्वारा चूक हुई है पर ये चूक ऐसी नहीं थी कि हमारी नियत ख़राब थी। शनिवार शाम दिल्ली के राजेंद्र नगर स्थित एक कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में पानी भरने से तीन छात्रों की मौत हो गई कोचिंग संस्थान की तरफ़ से लाइब्रेरी का संचालन बेसमेंट में किया जा रहा था। एक समाचार एजेंसी को दिए इंटरव्यू में दिव्यकीर्ति ने कहा कि राजधानी दिल्ली में करीब हजार से कोचिंग संस्थान हैं। मगर किसी के पास शिक्षण संस्थाओं के लिए जारी की जाने वाली फायर एनओसी नहीं है।

विकास दिव्यकीर्ति के घर के बाहर भी छात्रों ने किया प्रदर्शन

आईएएस कोचिंग और छात्र दृष्टि कोचिंग संस्थान के संस्थापक विकास दिव्यकीर्ति के घर के बाहर भी जमकर छात्रों ने प्रदर्शन किया, सोशल मीडिया पर कई तरह की मुहीम चलाई गई थी। दिव्यकीर्ति ने आगे कहा कि जहां तक बात हमारे बेसमेंट की है तो करोल बाग स्थित हमारी चार से पांच बिल्डिंगों में से एक इमारत के बेसमेंट को सील किया गया है। वहीं करोल बाग स्थित हमारे बेसमेंट को लेकर हमारे पास कमर्शियल अनुमति है। एनओसी में लिखा हुआ है कि उसमें ऑफिस चलाया जा सकता है और उसमें ऑफिस ही चलाया जा रहा था।

दिव्यकीर्ति ने किया एमसीडी का दिल से शुक्रिया

विकास दिव्यकीर्ति ने कहा है कि मैं एमसीडी का दिल से शुक्रिया अदा करता हूं कि उन्होंने सील करने की कार्रवाई की है। जहां भी असुरक्षित तरीके से क्लास चल रही है। मैं चाहूंगा पूरे दिल्ली में चाहे वो हमारी ही बिल्डिंग क्यों ना हो उस पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। लेकिन सरकार की तरफ से एक पॉलिसी बननी चाहिए और पारदर्शिता होनी चाहिए।

मुझे बनाया गया निशाना -दिव्यकीर्ति

इस सवाल पर विकास दिव्यकीर्ति ने कहा कोई घटना जब घटित होती है तो उसके बाद लोग एक बलि का बकरा ढूंढते हैं। इससे शासन- प्रशासन के लिए चीजें आसान हो जाया करती हैं। इस घटना के बाद मैं बलि का बकरा बना, और उन्हें लगता है कि वो सुरक्षित हैं, वो एक इंसान को सफर करने देते हैं और यहां तक कि सोसाइटी को भी लगता है कि उन्हें उनका आरोपी मिल गया है इस वक्त पर स्टूडेंट्स इमोशनली काफी परेशान हैं और उनका मुझसे नाराज होना जायज भी है. 50 से अधिक इंस्टीट्यूट को सील किया गया है, जिसमें से एक हमारा भी है।

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