मप्र में पहली बार बना 350 किमी लंबा ग्रीन कॉरिडोर, लिवर ने 4 घंटे में तय की जबलपुर से भोपाल की दूरी
डॉक्टरों ने भोपाल के बंसल अस्पताल में भर्ती पेशेंट की सुबह करीब साढ़े तीन बजे लिवर ट्रांसप्लांट सर्जरी शुरू की।
भोपाल। प्रदेश के इतिहास में पहली बार करीब 350 किलोमीटर का ग्रीन कॉरिडोर गुरुवार देर रात बनाया गया। जबलपुर से सड़क मार्ग जरिए एक ब्रेनडेड मरीज का लिवर गुरुवार-शुक्रवार की रात 2.20 बजे भोपाल लाया गया। राजधानी के बंसल अस्पताल में लिवर का प्रत्यारोपण किया जा रहा है।
जबलपुर के मेट्रो हॉस्पिटल से डॉक्टरों की टीम गुरुवार रात करीब 10.31 बजे लिवर लेकर भोपाल के लिए निकली थी। यानी जबलपुर से भोपाल तक का सफर करीब चार घंटे में पूरा कर लिया। डॉक्टरों ने यहां बंसल अस्पताल में भर्ती पेशेंट की सुबह करीब साढ़े तीन बजे लिवर ट्रांसप्लांट सर्जरी शुरू की।
350 किलोमीटर लंबा ग्रीन कॉरिडोर
अंग प्रत्यारोपण के लिए काम करने वाली किरण फाउंडेशन के सचिव डॉ. राकेश भार्गव ने बताया कि गुरुवार-शुक्रवार की दरमियान रात प्रदेश में पहली बार सबसे लंबा 350 किलोमीटर लंबा ग्रीन कॉरिडोर जबलपुर से भोपाल के बीच बनाया गया, जो जबलपुर, नरसिंहपुर, रायसेन और भोपाल के बीच बना।