प्रदेश में लुढ़कते पारे के बीच सरकार ने जारी किया अलर्ट: शीतलहर से बचने के लिए कराएं मुनादी, सभी अस्पतालों में करें फर्स्ट एड का प्रबंध…

बच्चों एवं बुजुर्गों को लेकर बरतें सावधानी…

Update: 2024-12-16 15:34 GMT

भोपाल। प्रदेश में लगातार लुढ़क रहे पारे के बीच प्रदेश सरकार ने शीत लहर से बचाव को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है। जिसमें बच्चोंं एवं बुजुर्गों को ठंड से बचने की हिदायत दी गई है। साथ ही सभी अस्पतालों में फर्स्ट एड का अनिवार्य रूप से प्र्रबंध करने को कहा गया है।

इस संबंध में स्वास्थ्य आयुक्त तरुण राठी ने सभी जिलाधीश एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं। पत्र में राष्ट्रीय आपदा प्राधिकरण द्वारा जारी की गई गाइडलाइन का पालन करने को कहा गया है। जिसके तहत शीतलहर से बचाव के लिए मुनादी करवाने और सोशल मीडिया का सहारा लेने को कहा है।

शीतलहर को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने विस्तृत निर्देश जारी किए हैं। जिला अधिकारियों से कहा गया है कि शीत लहर से बचने के लिए आम लोगों को सोशल मीडिया एवं अन्य साधनों के माध्यम से जानकारी दें। ठंड लगने की स्थिति और ठंड से कैसे बचा जाता है, यह भी बताया जाए। मौसम के पूर्वानुमानों के बारे में भी बताया जाए। लोगों को जागरूक करें कि शीतलहर की स्थिति में घर से अनाश्वयक बाहर न निकलें। गैर जरूरी यात्राओं से बचें। बच्चों और बुजुर्गों को लेकिर विशेष सावधानी बरती जाए।

बंद कमरों में अंगीठी से भी करें परहेज

स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन के अनुसार बंद कमरों में अंगीठी से भी परहेज करें, क्योंकि कोयला, अंगीठी या अलाव से कार्बन मोनो ऑक्साइड जैसी हानिकारक गैसों का उत्सर्जन होता है। सामान्यत: ठंड के दिनों में लोग कमरे को गर्म करने के लिए हीटर या अंगीठी जलाते हैं। इससे बचना चाहिए।

यह सावधानी बरतें

ठंड लगने पर व्यक्ति को तुरंत गर्म कपड़े पहनाएं। तापमान सामान्य रखने के लिए कंबल, टॉवेल, शीट आदि की कई परतों से शरीर को ढंकें। गरम पेय पदार्थ देकर शारीरिक तापमान को बढ़ाएं। लक्षणों के बढ़ने पर तत्काल चिकित्सीय सलाह लें। लंबे समय तक ठँड में न रहें। मंदिरापान से बचें। क्योंकि इससे शरीर का तापमान घटता है एवं धमनियों में संकुचन की स्थिति बनती है। फॉस्टवाइट के लक्षण वाले अंगों को न मलें, इससे अधिक क्षति हो सकती है। जब शरीर में कंपकपी हो रही हो, तब यह समझ जाना चाहिए कि शारीरिक तापमान घट रहा है।

इनका कहना है

शीतलहर से बचने के लिए जिला अधिकारियों को समय-समय पर निर्देश जारी किए जाते हैं। साथ ही समीक्षा भी की जाती है। सभी अस्पतालों में आपातकालीन व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। लोगों को ठंड से बचाव के लिए हर माध्यम से जागरूक करने को कहा गया है।

तरुण राठी

आयुक्त, स्वास्थ्य मप्र 

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