भोपाल। मध्य प्रदेश में चल रहे कोरोना संकट के बीच सियासत भी लगातार जोर पकड़ती जा रहीं है। प्रदेश में शिवराज सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार की अटकले भी तेज होती जा रहीं है। बताया जा रहा है की मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले विधायकों के नाम शिवराज सिंह ने साथी नेताओं के साथ चर्चा कर तय कर लिए है। जिसे अप्रूवल के लिए दिल्ली भेजा गया है। वहां से हरी झंडी मिलते ही इस सप्ताह के अंत में मंत्रीमंडल विस्तार हो सकता है।
राजनीतिक जानकारों के अनुसार कैबिनेट का विस्तार प्रदेश में 24 सीटों पर होने वाले उपचुनावों को ध्यान में रखकर किया जा सकता है। साथ ही सिंधिया समर्थक पूर्व विधायकों को मंत्रिमंडल में जगह मिलने से मंत्री पद की चाह रखने वाले भाजपा के कुछ वरिष्ठ विधायकों को निराशा मिल सकती है। सीएम के लिए समन्वय स्थापित करना एक बड़ी चुनौती है।
जानकारी के अनुसार शिवराज की पुरानी टीम के मेंबर्स में से भूपेंद्र सिंह, गोपाल भार्गव, रामपाल सिंह, यशोधरा राजे सिंधिया, अजय विश्नोई, गौरीशंकर बिसेन, संजय पाठक, विश्वास सारंग, अरविंद भदौरिया, विजय शाह, ओमप्रकाश सकलेचा, जगदीश देवड़ा, यशपाल सिंह सिसोदिया, हरिशंकर खटीक, प्रदीप लारिया, पारस जैन, रमेश मेंदोला, गोपीलाल जाटव, मोहन यादव और सुरेंद्र पटवा को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है।
वहीँ सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए नेताओं में से पूर्व मंत्री महेंद्र सिसोदिया, इमरती देवी, प्रभुराम चौधरी, प्रद्युमन सिंह तोमर को मौका मिल सकता है। इसके अलावा हरदीप सिंह डंग, बिसाहूलाल, राजवर्धन सिंह और ऐंदल सिंह कंषाना के भी शामिल होने की चर्चा है।