लॉकडाउन के बाद मई में शुरू होंगी परीक्षाएं, राज्यपाल ने दिए निर्देश

Update: 2020-04-15 09:08 GMT

भोपाल। कोरोना आपदा के कारण देश के साथ प्रदेश में भी लॉकडाउन चल रहा है।  जिसके चलते राज्य में सभी विश्विद्यालय एवं कॉलेज बंद होने से विद्यार्थियों को ऑनलाइन  पढ़ाई कराई जा रही है। इसी क्रम में ऑनलाइन माध्यम से छात्रों को कराई जा रही पढ़ाई के संबंध में राज्यपाल लालजी टंडन ने प्रदेश के सभी शासकीय विश्वविद्यालयों के कुलपतियों से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जानकारी प्राप्त की। कॉन्फ्रेंस के दौरान राज्यपाल ने कहा की लॉकडाउन बढ़ने का असर विश्वविद्यालय पर भी पड़ा है। वहीं छात्र-छात्राओं के भविष्य के लिए परीक्षाएं जरूरी है। जिसके लिए लॉक डाउन समाप्त होने पर विश्वविद्यालयों द्वारा मई के प्रथम सप्ताह से जून मध्य तक परीक्षा संचालित की जाए। वहीं परीक्षा परिणाम जुलाई माह में घोषित किए जा सकेंगे।

कुलपतियों ने वीडियों कांफ्रेंसिंग के दौरान राज्यपाल को बताया की विद्यार्थियों को विश्वविद्यालयों द्वारा छात्र-छात्राओं को विभिन्न विषयों की इटंरएक्टिव ऑन लाइन क्लासेज, ऑडियो-वीडियो लेक्चर और स्टडी मेटेरियल की सप्लाई की जा रही है।राज्यपाल टंडन ने विपरीत परिस्थितियों में शैक्षणिक उत्तरदायित्वों का सफलतापूर्वक निर्वहन करने के लिए विश्वविद्यालयों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस संकट के दौर में प्रदेश के बुद्धिजीवियों और छात्र-छात्राओं ने महत्वपूर्ण योगदान दे कर दुनिया के सामने मिसाल पेश की है। उन्होने कहा कि जिस समर्पण और सक्रियता से विश्व स्वास्थ्य संगठन और स्वास्थ्य विभाग की सूचनाओं को जनमानस में प्रसारित किया गया है, वह सराहनीय और अनुकरणीय है।

राज्यपाल ने कहा की प्रदेश में सभी विश्विद्यालयों में लॉकडाउन की समाप्ति के बाद मई के पहले सप्ताह से जून के मध्य परीक्षा कराई जाये एवं जुलाई में परीक्षा परिणाम घोषित करने के निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने इस बार ग्रीष्कालीन अवकाश स्थगित करने के निर्देश दिए।  इसी के साथ उन्होंने सभी कुलपतियों से कहा कि लाखों छात्र-छात्राओं के भविष्य निर्माता हैं। उन्होने कहा कि इनके हितों का संरक्षण हम सबकी मूल जिम्मेदारी है। इस तथ्य को सदैव ध्यान में रखें। उन्होने कहा कि छात्र-छात्राओं के चरित्र निर्माण के लिए प्रयास करें। बौद्धिक विकास के कार्यों पर फोकस करें। शोध अनुसंधान के कार्यों में गति लायें। राज्यपाल ने विद्यार्थियों की रोजगारपरक शिक्षा के लिए नवाचार और आवश्यक तैयारियाँ करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि नियमित शिक्षण कार्य के साथ ही शोध और अनुसंधान के लिए आवश्यक तथ्यों की ऑनलाइन उपलब्धता के प्रबंध भी किए जाएं।


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