बड़ी संख्या में गैर मान्यता प्राप्त मदरसे अभी भी संचालित: 2003 के बाद से अब तक आधे से कम रह गई मप्र में मान्यता प्राप्त मदरसों की संख्या…

Update: 2025-04-07 06:57 GMT
2003 के बाद से अब तक आधे से कम रह गई मप्र में मान्यता प्राप्त मदरसों की संख्या…
  • whatsapp icon

विशेष संवाददाता, भोपाल: मध्यप्रदेश में दिग्विजय सिंह शासनकाल में अनुदान लेने वाले मदरसों की संख्या तेजी से बढ़ी। दिग्विजय सिंह सरकार हटते ही इनकी संख्या तेजी से कम हुई और विगत 23 सालों में इनकी संख्या घटकर आधे से कम रह गई है।

खास बात यह है कि भाजपा सरकार में मदरसों को लेकर बने सख्त कानून और नियमों के चलते कई मदरसा संचालकों ने मान्यता सरेंडर कर दी, हालांकि बड़ी संख्या में गैर मान्यता प्राप्त मदरसे अभी भी संचालित हो रहे हैं, जो प्रशासकीय नियंत्रण से बाहर हैं।

मप्र स्कूल शिक्षा विभाग के अनुसार 2003 से पहले मध्यप्रदेश में कुल 2845 मान्यता प्राप्त मदरसे थे, वहीं वर्तमान में मान्यता प्राप्त मदरसों की संख्या 1260 रह गई है। मप्र में मदरसों की मान्यता जिलाधीश एवं जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा मदरसों का निरीक्षण कराकर एवं अभिमत, अनुशंसा सहित प्रतिवेदन के आधार पर मप्र मदरसा बोर्ड अधिनियम 1998 की धारा 8-2(क) के तहत दी जाती है।

मान्यता की कई शर्तों का पालन नहीं

मदरसा की मान्यता शर्तों में विद्यार्थियों के स्वास्थ्य, सृजनात्मक विकास, मनोरंजन, खेलकूद एवं तकनीकी के विकास की व्यवस्था के नियम हैं। लेकिन एक-दो कमरों या हॉल में चल रहे इन मदरसों में खेलकूद, मनोरंजन की कोई व्यवस्था नहीं है, न ही शासन की शर्तों का पालन हो पा रहा है।

मान्यता प्राप्त मदरसों के लिए अनिवार्य विषय

- प्राथमिक माध्यमिक

- विषय माध्यम विषय माध्यम

- अरबी दीनियात उर्दू अरबी दीनियात उर्दू

- प्रथम भाषा उर्दू प्रथम भाषा उर्दू

- द्वितीय भाषा अंग्रेजी/हिन्दी द्वितीय भाषा अंग्रेजी/हिन्दी

- गणित उर्दू/हिन्दू/अंग्रेजी तृतीय सामान्य भाषा हिन्दी/अंग्रेजी

- पर्या. अध्ययन उर्दू/हिन्दी/अंग्रेजी गणित उर्दू/हिन्दी/अंग्रेजी

- अति. भाषा हिन्दी/अंग्रेजी विज्ञान उर्दू/हिन्दी/अंग्रेजी

- सामाजिक विज्ञान उर्दू/हिन्दी/अंग्रेजी

तीन मदरसों में 251 छात्रों को पढ़ा रहे 9 शिक्षक

कालापीपल विधायक धनश्याम रघुवंशी द्वारा मांगी गई जानकारी में बताया गया है कि उनके विधानसभा क्षेत्र में कुल 3 मान्यता प्राप्त मदरसे संचालित हैं। मदरसा कन्या राजीव मेमोरियल कॉन्वेंट स्कूल रिछड़ी में कक्षा 1 से 5 की छात्रों की संख्या 58 है।

मदरसा राजीव मेमोरियल कान्वेंट बकायन में कक्षा 1 से 5 तक की छात्रों संख्या 93 हैं और मदरसा अब्दुल हमीद मेमोरियल खरदौन खुर्द में कक्षा 1 से 8वीं तक की छात्रों संख्या 110 है। तीनों मदरसों में पढ़ाने के लिए तीन-तीन शिक्षकों की नियुक्ति है।

बताया गया है कि यह सभी मदरसों में मप्र मदरसा बोर्ड के अधिकृत पाठ्यक्रम के तहत दीनी तालिम के साथ आधुनिक विषय, जैसे गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान एवं भाषा का अध्ययन कराया जाता है। रिछड़ी और बकायन के मदरसे जलील खां चलाते हैं और खरदौन का मदरसा डॉ. इरसाद चलाते हैं।

इनका कहना है

'मान्यता प्राप्त मदरसों में डिग्री लगाकर शिक्षकों नियुक्ति भर दिखाई जा रही है। जो मदरसों में सामान्य विषय पढ़ाने नहीं जाते, बल्कि घर बैठे 3-4 हजार रुपए लेते हैं। ऐसे मदरसों की जांच के लिए प्रशासन से कहा है। गैर मान्यता प्राप्त मदरसों की जांच और कार्रवाई के लिए भी प्रशासन से बात करूंगा।'

- घनश्याम चंद्रवंशी, विधायक, कालापीपल

Tags:    

Similar News