मप्र में बनेगें तीन हाईस्पीड कॉरीडोर: भोपाल-इन्दौर और भोपाल-जबलपुर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे को मंजूरी…
सतना-चित्रकूट मार्ग का होगा 4-लेन चौड़ीकरण;

राकेश शुक्ला, नई दिल्ली। मप्र में 36 हजार करोड़ की लागत से तीन नए ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे बनाए जाएंगे। राज्य को यह सौगात केन्द्रीय सडक़ परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के कारण मिल रही है।
भोपाल और इन्दौर के बीच हाईस्पीड कॉरीडोर बनाए जाने की योजना लम्बे समय से बन रही थी, लेकिन अब यह योजना साकार रूप लेने जा रही है। इसी तरह भोपाल से जबलपुर और लखनादौन से रायपुर के लिए भी हाईस्पीड कॉरीडोर को हरीझंडी मिल गई है।
भोपाल-इन्दौर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे बनाए जाने की आवश्यकता करीब एक दशक से बन रही थी। इस मार्ग पर ट्रैफिक का दबाव लगातार बढ़ रहा है। प्रतिदिन करीब 35 हजार वाहनों की आवाजाही होती है। इस मार्ग को लेकर कई दौर की बैठकें हुईं, लेकिन योजना परवान नहीं चढ़ पाई।
बढ़ते ट्रैफिक को ध्यान में रखते हुए केन्द्रीय सडक़ परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंत्रालय को भोपाल-इन्दौर के बीच ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे बनाने का निर्देश दिया है। 12 हजार करोड़ की लागत से 160 किमी 6-लेन हाईस्पीड कॉरीडोर बनाया जाएगा।
इसका डीपीआर शुरू हो गया है। दो से ढाई साल में भोपाल-इन्दौर आना-जाना बहुत आसान हो जाएगा। एक अनुमान के अनुसार इस मार्ग के बनने से लोगों का डेढ़ घंटे का समय बचने लगेगा भोपाल-जबलपुर के बीच भी हाईस्पीड कॉरीडोर बनाया जाएगा। 15 हजार करोड़ की लागत से 255 किमी का 6-लेन चौड़ा नया मार्ग बनेगा।
इसके बनने से भोपाल-जबलपुर के बीच करीब 55 किमी की दूरी कम हो जाएगी। यह मार्ग संस्कारधारी और राजधानी के बीच की दूरी कम करने के साथ समय की बचत भी कराएगा। इसके अलावा लखनादौन से रायपुर के लिए 9 हजार करोड़ की लागत से 220 किमी 4-लेन कॉरीडोर को भी मंजूरी मिल गई है।
इसे रायपुर- विशाखापट्टनम ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जाएगा, जिससे मालवा का छत्तीसगढ़, ओडि़शा, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश तक सीधी कनेक्टविटी हो जाएगी। बहु प्रतीक्षित सतना-चित्रकूट मार्ग का चौड़ीकरण होगा। 1500 करोड़ की लागत से 80 किमी मार्ग का 4-लेन चौड़ीकरण होने से मैहर से चित्रकूट आने जाने में डेढ़ घंटे का समय बचने लगेगा।
दीपावाली तथा हर माह की अमावस्या पर देशभर से लाखों श्रद्धालु चित्रकूट आते हैं। अधिकतर श्रद्धालु माता शारदा के दर्शन के लिए मैहर जाते हैं। सतना- मैहर ग्रीनफील्ड मार्ग बन गया है, इसके बनने से उन्हें सुविधा हो जाएगी।
केन्द्रीय मंत्री गडकरी के प्रयास से मप्र में पांच ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे और इकोनॉमिक कॉरीडोर का निर्माण हो रहा है। इसमें दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे का मप्र का हिस्सा बन गया है। उज्जैन-गरोठ एक्सप्रेस-वे का काम जल्द पूरा हो जाएगा। बाकी एक्सप्रेस-वे का काम 2027 तक पूरा हो जाएगा। इन तीन नए एक्सप्रेस-वे बनने के बाद मप्र की अंतरराष्ट्रीय कनेक्टविटी बहुत अच्छी हो जाएगी।