भण्डारण की रॉयल्टी से ठेकेदार बाजार में बेच रहा रेत: ग्वालियर में रेत ठेकेदार लगा रहा शासन को करोड़ों का चूना…

Update: 2025-04-10 07:38 GMT
ग्वालियर में रेत ठेकेदार लगा रहा शासन को करोड़ों का चूना…
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विनोद दुबे, भोपाल: ग्वालियर जिले का रेत ठेकेदार ही सरकार को राजस्व का चूना लगा रहा है। रॉयल्टी चुकाकर नदी के घाटों से रेत खरीदने वाले निजी वाहन चालकों को स्वयं के भण्डारण (सेल्फ स्टॉक) की इलेक्ट्रॉनिक ट्रांसपोर्ट पास (ई-टीपी) थमाकर रॉयल्टी की पूरी राशि वसूल रहा है। इस गड़बड़ी से शासन के हिस्से की रॉयल्टी की राशि ठेकेदार के खाते में जा रही है।

नि:शुल्क होती है भण्डार परिवहन की ई-टीपी

किसी भी जिले या खनन क्षेत्र में रेत ठेकेदार को 10 किमी परिक्षेत्र में मानसून अवधि 1-15 जून से 30 सितम्बर तक नदी घाट से रेत निकालने की अनुमति नहीं होती है। ऐसी स्थिति में कारोबार को निरंतर चलाने के लिए ठेकेदार को घाट से 10 किमी क्षेत्र में किसी भी स्थान पर रेत भण्डारण की अनुमति होती है। ठेकेदार अपने या किराए पर वाहन लेकर एवं उसकी भण्डारण ईटीपी काटकर यह भण्डारण करता है।

यह भण्डारण ईटीपी पूरी तरह नि:शुल्क होती है तथा इस मद की राशि भण्डारण से रेत विक्रय के समय शासन के खाते में जमा नहीं होती है। लेकिन ठेकेदार भण्डारण की ई-टीपी से ही सीधे बाजार में रेत बेच रहा है। इससे न केवल शासन को चूना लग रहा है, बल्कि यह शासन के साथ धोखाधड़ी भी है।

वहीं रेत कारोबारियों का कहना है कि भण्डारण ई-टीपी की रेत बाजार में बेचे जाते पकड़े जाने पर कार्रवाई उन पर होगी, ठेकेदार पर नहीं।


शिकायत पर खनिज अधिकारी ने नहीं की कार्रवाई

ठेकेदार द्वारा निर्धारित पूरी रॉयल्टी चुकाने पर भी ठेकेदार द्वारा हठधर्मिता से भण्डारण की ई-टीपी दिए जाने की शिकायत स्थानीय रेत कारोबारियों ने जिला खनिज अधिकारी प्रदीप भूरिया, सहायक खनिज अधिकारी राजेश गंगेले से की। लेकिन दोनों ही अधिकारियों ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बाद वाहन मालिकों ने लिखित शिकायत कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान से भी की है।

चार गुना रॉयल्टी वसूल रहा ठेकेदार

रेत ठेकेदार द्वारा जबरदस्ती भण्डारण की रॉयल्टी थमाकर फर्जी भण्डारण तो दिखाया ही जा रहा है। स्थानीय रेत कारोबारियों से चार गुना अधिक कीमत भी वसूल रहा है। ग्वालियर में रेत की रॉयल्टी दर 600 रुपये प्रति घनमीटर है, जबकि ठेकेदार द्वारा 2300 रुपये प्रति घन मीटर के हिसाब से राशि वसूली जा रही है।

ज्यादातर पैसा ऑनलाइन के स्थान पर नकद लिया जा रहा है। प्रतिदिन करीब 300 ट्रेक्टर (व्यावसायिक उपयोग के लिए प्रतिबंधित) और इतने ही डंपर में क्षमता से दो से ढाई गुना अधिक माल बेचकर भी शासन को राजस्व घाटा पहुंचाया जा रहा है। प्रति ट्रेक्टर 7 हजार, 6 चक्का डंपर से 15 हजार, 10 चक्का डंपर से 28 हजार और 12 चक्का डंपर/ट्रक से 32 हजार रुपये रॉयल्टी ली जा रही है।

इस तरह काटी फर्जी ईटीपी

पहला मामला - कंपनी आरएसआई स्टोन वर्ल्ड प्रायवेट लिमिटेड द्वारा 3 अप्रैल 2025 को शाम 7.23 बजे रेत खरीदार अतुल गोंदल को बताकर मनोरमा दुबे के वाहन क्रमांक एमपी 07 जीए 7077 के लिए ईटीपी क्र. 9024035140 काटी और इसमें सेमरी गांव से रेत भरा जाना बताया गया। वाहन में भरी गई रेत के बदले में ठेकेदार ने रॉयल्टी की पूरी राशि भी वसूली।

दूसरा मामला- कंपनी आरएसआई स्टोन वर्ल्ड प्रायवेट लिमिटेड द्वारा 3 अप्रैल 2025 को शाम 6.54 बजे वास्तविक खरीदार विवेक तोमर, निवासी प्रगति नगर, ग्वालियर के वाहन क्रमांक एमपी 07 जीए 8699 के लिए ईटीपी क्र. 5139379763 काटी। रॉयल्टी की पूरी राशि भी ली गई, लेकिन इसमें भी खरीदार अतुल गोंदल को बतायाकर उद्देश्य सेल्फ स्टॉक बताया गया।

इसी प्रकार शशिकांत सिंह के वाहन क्रमांक-एमपी07बीएच 7275, विवेक तोमर के एमपी 07 जीए 5699, नवल यादव के एमपी07जीए 5015 सहित कई गाड़ियों की ई-टीपी भण्डारण के नाम पर काटी गई है।

इनका कहना है

'इस संबंध में शिकायत मिली थी, ठेकेदार ने बताया गलती से ऐसा हो गया था। शिकायत की जांच और भौतिक परीक्षण कराएंगे, इसके बाद ही कार्रवाई तय की जा सकेगी।'

प्रदीप भूरिया, जिला खनिज अधिकारी, ग्वालियर

'3 से 6 अप्रैल तक ठेकेदार ने जिले के सभी रेत वाहनों से रॉयल्टी के पूरे पैसे लेकर सेल्फ स्टॉक की रॉयल्टी दी। शिकायत करने पर धमकी देते हुए कहा, तुम कुछ नहीं बिगाड़ सकते। जिला खनिज अधिकारी से शिकायत पर भी कार्रवाई नहीं हुई।'

- विवेक दुबे, खनिज ट्रांसपोर्ट यूनियन, ग्वालियर

'रेत कारोबारियों के आरोप गलत हैं, उनकी रसीदें भी फर्जी हैं। भण्डारण करने वाली गाड़ियों को ही भण्डारण की रॉयल्टी और मार्केट की गाड़ी को मार्केट की रॉयल्टी दी है। मैं अभी बाहर हूं, इसलिए रसीदें नहीं भेज सकता।'

- मोंटू अग्रवाल, रेत ठेकेदार, मल्होत्रा ग्रुप, ग्वालियर 

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