दमोह जिलाधीश ने महीने भर तक दबाए रखा फर्जी डॉक्टर का मामला: सीएमएचओ की जांच रिपोर्ट में हो चुका था खुलासा…

Update: 2025-04-10 15:36 GMT
Damoh fake doctor

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भोपाल। दमोह जिले में हृदय के ऑपरेशन करने वाले मिशन अस्पताल के डॉक्टर नरेन्द्र यादव उर्फ एन जॉन केम के फर्जी होने की जानकारी जिलाधीश सुधीर कोचर को एक महीने पहले ही लग चुकी थी। दमोह जिला स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी (सीएमएचओ) ने जांच रिपोर्ट सौंपी थी, जिसमें डॉक्टर यादव की डिग्रियां फर्जी होने का दावा किया था, तब जिलाधीश कोचर ने इस मामले में कार्रवाई नहीं करते हुए पूरे प्रकरण को दबाए रखा।

उल्लेखनीय है कि 7 मरीजों की मौत के मामले में आरोपी फर्जी डॉक्टर 5 दिन की पुलिस हिरासत में है। वहीं, जिलाधीश की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं कि आखिरकार उन्होंने डॉक्टर के फर्जी होने की जानकारी मिलते ही तत्काल कार्रवाई क्यों नहीं की? फिलहाल इस मामले में जिलाधीश सुधीर कोचर ने चुप्पी साध ली है।

हालांकि, पिछले महीने सीएमएचओ ने फर्जी डॉक्टर यादव के फर्जी होने की रिपोर्ट जिलाधीश को सौंपी थी, तब उन्होंने मानव अधिकार आयोग के दल द्वारा जांच का हवाला देकर कुछ भी कार्रवाई करने या बोलने से इंकार कर दिया था। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने बताया कि जांच रिपोर्ट का इंतजार है। पुलिस ने भी फर्जीवाड़े में कार्रवाई की है।

मिशन अस्पताल का कैथ लैब सील

इस मामले में स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन की टीम ने गुरुवार को मिशन अस्पताल का कैथ लैब सील कर दिया। जिला अस्पताल के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर प्रहलाद पटेल ने बताया कि मौके पर सब कुछ ठीक निकला। रिपोर्ट वरिष्ठ अधिकारियों को देंगे। जिस अस्पताल में फर्जी डॉक्टर ने ऑपरेशन किए, वह शहर का नामी अस्पताल है। मिशनरीज द्वारा संचालित है।

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