दिव्यांग प्रमाण पत्र से शिक्षक बने 22 लोगों की होगी जांच,मुरैना जिला अस्पताल से जारी हुए थे पत्र
शिक्षक भर्ती में दिव्यांगता प्रमाण पत्र के आधार पर नियुति प्राप्त करने वाले अभ्यार्थियों की जांच प्रशासन की एक समिति करेगी। इस समिति के सदस्यों की मौजूदगी में ही दिव्यांगता प्रमाण पत्र लगाने वाले अभ्यार्थियों का भौतिक सत्यापन दिया जाएगा।
ग्वालियर| शिक्षक भर्ती में दिव्यांगता प्रमाण पत्र के आधार पर नियुति प्राप्त करने वाले अभ्यार्थियों की जांच प्रशासन की एक समिति करेगी। इस समिति के सदस्यों की मौजूदगी में ही दिव्यांगता प्रमाण पत्र लगाने वाले अभ्यार्थियों का भौतिक सत्यापन दिया जाएगा। इसके लिए प्रशासन ने तारीख भी नियत कर दी है। साथ ही ऐसे अभ्यार्थियों को सूचित भी किया जा चुका है जिन्होंने शिक्षक भर्ती में दिव्यांगता प्रमाण पत्र लगाए हैं। दिव्यांग प्रमाण पत्र से नौकरी पाने वाले ये शिक्षक मुरैना जिले के ही विभिन्न सरकारी विद्यालयों में इस समय पदस्थ हैं। प्रशासन की इस कार्रवाई से हड़कंप मच गया है। खासकर ऐसे लोगों के दिलों की धड़कन को बढ़ा दिया है जिन्होंने दिव्यांग प्रमाण पत्र सरकारी नौकरी में लगाए हैं। हाल ही में बड़े पैमाने पर प्रदेश सरकार ने शिक्षको की भर्ती की थी। इस भर्ती में लगभग 75 लोगों ने जिला अस्पताल मुरैना से जारी हुए दिव्यांग प्रमाण पत्रों के आधार पर नौकरी पाई थी। जिनमें से अकेले मुरैना जिले में ही 26 लोगों को पदस्थापना मिली है। मुरैना में पदस्थ हुए अभ्यार्थियों को विकलांग प्रमाण पत्र को चुनौती देते हुए इसकी शिकायत की गई। जिनमें से चार लोगों की नियुति निरस्त करते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई के आदेश वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा जारी किये जा चुके हैं। अब शेष 22 अयर्थियों के दिव्यांग प्रमाण पत्रों की जांच की जानी है। इसके लिए प्रशासन स्तर पर एक समिति का गठन किया गया है। यह समिति 25 जुलाई को पूर्वानह 11 बजे जिलाधीश भवन में सभी 22 अयर्थियों के विकलांग होने की जांच करेगी। जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय द्वारा इन सभी 22 अभ्यार्थियों को सूचना देकर 25 जुलाई को जिलाधीश भवन में उपस्थित होने को कहा गया है। बताया गया है कि यहां पर संयुक्त जिलाधीश की निगरानी में समिति जांच करेगी। इस अवसर पर उस व्यक्ति को भी बुलाया गया है जिसने इस संबंध में याचिका दायर की थी।
इन अयर्थियों की होगी जांच-
शिक्षा विभाग द्वारा ऐसे 22 अभ्यार्थियों को सूचना भेजी गई है जिन्होंने दिव्यांग प्रमाण पत्र से शिक्षक की नौकरी पाई है। ये सभी शिक्षक मुरैना जिले के ही विभिन्न सरकारी विद्यालयों में पदस्थ हैं। इसमें रेनू शासकीय उ.मा. विद्यालय सेंथरा बाढ़ई, सतेन्द्र सिंह उमावि जौरा, नीलम शर्मा उमावि धर्मगढ़, मुकेश शर्मा उत्कृष्ट उमावि पोरसा, मुकेश कुशवाह उत्कृष्ट उमावि मुरैना, विंतेश प्राथमिक विद्यालय रूपा का तोर, ललिता मीणा प्राथमिक विद्यालय निठारा, निशा त्यागी प्राथमिक विद्यालय हरिजन बस्ती जौरा, गजेन्द्र शर्मा प्राथमिक विद्यालय खेरिया जौरा, सत्यभान शर्मा प्राथमिक विद्यालय फूलपुर, मनीषा रावत प्राथमिक विद्यालय नंद का पुरा, श्यामसुंदर प्राथमिक विद्यालय जौनारा, उमेश शुला प्राथमिक विद्यालय बर्रेण्ड, जुली परिहार प्राथमिक विद्यालय तरैनी, विकास सिंह प्राथमिक विद्यालय मढेवा सबलगढ़, पंकज प्राथमिक विद्यालय नगरा पोरसा, उजाला वर्मा प्राथमिक विद्यालय शीतल का पुरा, सोम्या शर्मा प्राथमिक विद्यालय अयोध्या बस्ती कैलारस, मानसिंह प्राथमिक विद्यालय रोसे का पुरा, राहुल प्राथमिक विद्यालय कीचोल, सतीश कुमार प्राथमिक विद्यालय परदू का पुरा एवं निधि शासकीय प्राथमिक विद्यालय डोंगरपुर शामिल हैं।