केन्द्रीय मंत्री गड़करी, मुख्यमंत्री, सिंधिया और नरेंद्र तोमर 15 सितंबर को करेंगे एलिवेटेड रोड का भूमिपूजन

ऊर्जा मंत्री तोमर ने कार्यक्रम की तैयारियों का लिया जायजा

Update: 2022-09-12 14:22 GMT

ग्वालियर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केन्द्रीय राजमार्ग एवं परिवहन मंत्री नितिन गड़करी, केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, केन्द्रीय नागरिक उड्डयन एवं इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया आगामी 15 सितंबर को ग्वालियर में लगभग 447 करोड़ रुपये की लागत से बनने जा रहे प्रथम चरण के एलीवेटेड रोड़ का भूमिपूजन एवं आईएसबीटी (अंतराज्यीय बस अड्डा) की अधाराशिला रखेंगे। शहर के गोला का मंदिर मुरैना रोड़ पर स्थित ट्रिपल आईटीएम के सामने स्थित आयोजित एलीवेटेड रोड़ के भूमिपूजन समारोह में राज्य सरकार के मंत्रिगण एवं अन्य गणमान्य जनप्रतिनिधि उपस्थिति रहेंगे। 

प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने सोमवार को जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के साथ गोले का मंदिर मुरैना रोड़ पर ट्रिपल आईटीएम के सामने स्थित एलीवेटेड रोड़ के भूमिपूजन समारोह स्थल का जायजा लिया। साथ ही समारोह की सभी तैयारियाँ समय-सीमा के भीतर पूर्ण करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि एलीवेटेड रोड़ ग्वालियरवासियों के लिये बहुत बड़ी सौगात है। इसलिए शुभारंभ समारोह का आयोजन पूरी गरिमा व भव्यता के साथ किया जाए। एलीवेटेड रोड़ के शुभारंभ कार्यक्रम में शामिल होने आने वाले नागरिकों को कोई कठिनाई नहीं आनी चाहिए। 

ऊर्जा मंत्री तोमर ने इस अवसर पर कहा कि ग्वालियर शहर के लिए एलीवेटेड रोड़ निर्माण से न केवल शहर की यातायात व्यवस्था बेहतर होगी, अपितु शहर एक महानगर का रूप लेगा। इसलिए सड़क के महत्व को ध्यान में रखकर समारोह की सभी व्यवस्थाओं को इस प्रकार से अंजाम दें, जिससे जिलेवासी सुगमतापूर्वक समारोह में पहुँचकर ऐतिहासिक पलों के साक्षी बन सकें। साथ ही सड़क आवागमन भी बाधित न हो। उन्होंने बरसात को ध्यान में रखकर कार्यक्रम स्थल पर पण्डाल आदि की व्यवस्था करने के निर्देश दिए।इस अवसर पर कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित सांघी, नगर निगम आयुक्त किशोर कान्याल सहित नगर निगम, लोक निर्माण, ब्रिज कॉर्पोरेशन तथा अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

स्वर्ण रेखा पर 6 किलोमीटर लम्बाई में बनेगी प्रथम चरण की एलीवेटेड रोड़ 

शहर के बीच से होकर बह रही स्वर्ण रेखा नदी पर एलीवेटेड रोड़ बनने जा रहा है। ऐलीवेटेड रोड़ का निर्माण लगभग 447 करोड़ रुपये की लागत से होगा। इसमें से लगभग 406 करोड़ रुपये की राशि केन्द्र सरकार एवं लगभग 41 करोड़ रुपये की धनराशि राज्य सरकार ने मंजूर की है। स्वर्ण रेखा पर अत्याधुनिक तकनीक से प्रथम चरण में वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई समाधि स्थल के समीप से ट्रिपल आईटीएम तक लगभग 6 किलोमीटर लम्बाई में एलीवेटेड रोड़ का निर्माण होगा। 

सेतु निगम के कार्यपालन यंत्री ज्ञानवर्धन मिश्रा ने बताया कि रानी लक्ष्मीबाई की समाधि से ट्रिपल आईटीएम तक लगभग 6 किलोमीटर लम्बाई में बनने जा रहे एलीवेटेड रोड़ की कुल चौड़ाई लगभग 16 मीटर होगी। डिवाइडर के अलावा दोनों ओर की सड़कों की चौड़ाई 7.25-7.25 मीटर होगी। एलीवेटेड रोड़ पर चढ़ने-उतरने के लिये 6 किलोमीटर की लम्बाई में 6 स्थानों पर रैम्पनुमा 13 सड़कें बनाई जाएंगी। एलीवेटेड रोड़ के प्रारंभ स्थल यानी रानी लक्ष्मीबाई समाधि के नजदीक और दूसरे छोर पर ट्रिपल आईटीएम के समीप एलीवेटेड रोड़ पर चढ़ने-उतरने के लिये अलग-अलग रैम्प बनाए जाएंगे। हजीरा क्षेत्र में एलीवेटेड रोड़ पर चढ़ने-उतरने के लिये दो स्थानों पर अलग-अलग रैम्प बनेंगे अर्थात यहाँ पर कुल चार रैम्प बनेंगे। इसके अलावा रानीपुरा व रमटापुरा में एलीवेटेड रोड़ पर चढ़ने-उतरने के लिये अलग-अलग रैम्प बनाए जायेंगे। साथ ही चंद्रनगर में एलीवेटेड रोड़ पर चढ़ने के लिए एक रैम्प बनेगा।

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