पोर्टल की गड़बड़ी से केंद्र के अनुदान पर संकट, संपत्तिकर व जलकर वसूली के लक्ष्य में पिछड़े

Update: 2024-03-31 23:30 GMT

ग्वालियर।  खराब आर्थिक स्थिति से जूझ रहे नगर निगम के पास वसूली और केंद्र के अनुदान का ही सहारा था, लेकिन अब लक्ष्य में पिछडऩे के कारण केंद्र सरकार के 15वें वित्त आयोग से मिलने वाले अनुदान पर भी संकट खड़ा हो गया है।

वित्तीय वर्ष 2023-24 के आखिरी दिन नगर निगम संपत्तिकर वसूली लगभग 4.30 करोड़ की हो पाई। क्योंकि बीते वित्तीय वर्ष 2022-23 में 97.40 करोड़ की राशि मिली थी। वहीं जलकर वसूली 24 करोड़ के पार जाने से बीते वर्ष के लक्ष्य 24.18 करोड़ को छूने में सफलता पाते हुए दिखा। हालांकि जलकर वसूली का टारगेट 30 करोड़ पाने के लिए अतिरिक्त 8 दिन बढ़ाए गए है। बीते वित्तीय वर्ष 2022-23 में निगम संपत्तिकर विभाग को अपनी द्वारा की जाने वाली पहली बार वसूली रिकार्ड स्तर तक पहुंचने पर 97.40 करोड़ मिले थे, जो वित्तीय वर्ष 2021-22 की अधिकतम वसूली 81.26 करोड़ से लगभग 16.34 करोड़ रुपए ज्यादा थे और चालू वित्तीय वर्ष 2023-24 में अभी तक निगम संपत्तिकर विभाग द्वारा 1.30 लाख आईडी से वसूलीकर लगभग 93.10 करोड़ की राशि प्राप्त कर चुका है, जिसमें 8 करोड़ से ज्यादा गार्बेज शुल्क भी शामिल है। हालांकि यह बीते वर्ष में मिली कुल 1.23 लाख आईडी से 07 हजार आईडी ज्यादा होकर 4.30 करोड़ संपत्तिकर राशि वसूली से पीछे रहे है। हालांकि 31 मार्च के दिन निगम संपत्तिकर अमले ने लगभग 03 करोड़ राशि वसूली की गई।

साइबर हमले से उपभोक्ताओं को नुुकसान, जमा करने के बाद भी थमा दिए बिल

नगरीय विकास विभाग के ई-नगर पालिका पोर्टल पर हुए साइबर हमले को तीन माह का वक्त बीत चुका है। पोर्टल को लगभग डेढ़ माह की मशक्कत के बाद चालू तो कर लिया गया, लेकिन अब भी यह ठीक से काम नहीं कर रहा है। हालत यह है कि जिन लोगों ने पानी के बिला जमा कर दिए थे उन लोगों को दुबारा बिल थमा दिया। ऐसे में अब लोग परेशान है कि वह शिकायत कहां करे। वार्ड 36 के गेंडेवाली सडक़ पर रहने वाले पूर्व पार्षद विनोद अष्टैया ने बताया कि उनके क्षेत्र में कई लोगों ने पानी के बिल ऑफ लाइन जमा किए थे, लेकिन उसके बाद भी उन्हें दुबारा बिला थमा दिए है।

पिछले वर्ष ये थी संपत्तिकर व जलकर की वसूली-

वित्तीय वर्ष 2022-23 में नगर निगम के अमले ने 24 करोड़ 18 लाख रुपए का जलकर वसूल किया था। 15 प्रतिशत की बढ़त के हिसाब से इस साल तीन करोड़ 62 लाख 70 हजार रुपए की अधिक वसूली की जानी थी, इस हिसाब से वित्तीय वर्ष 2023-24 की समाप्ति यानी 31 मार्च तक 27 करोड़ 80 लाख 70 हजार रुपए का जलकर वसूला जाना था। इसी प्रकार गत वर्ष 97 करोड़ 40 लाख रुपए का संपत्तिकर वसूल किया गया था। अनुदान के लिए इस वर्ष संपत्तिकर की वसूली में पिछले साल के मुकाबले 14.61 करोड़ रुपए के आधिक्य के साथ कुल 112 करोड़ रुपए का संपत्तिकर वसूला जाना था।

-पोर्टल पर नहीं मिल रही पुरानी जानकारी-

ई-नगर पालिका पोर्टल पर तकनीकी दिक्कतें अभी खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। कई संपत्तियों का कर देखने पर नामांतरण के बावजूद पुराने संपत्ति स्वामी का नाम नजर आ रहा है। इसके अलावा गत वर्ष जमा किए टैक्स की डिटेल भी नहीं आ रही है। 

Tags:    

Similar News