चिड़ियाघर में वनराज के लिए लगाया कूलर, हौद में भी भरा ठंडा पानी

हिप्पो की खुराक में खीरे की मात्रा बढ़ाई

Update: 2024-03-31 23:45 GMT

ग्वालियर।  पारे की उछाल के साथ बढ़ती गर्मी आदमी ही नहीं जानवरों के लिए भी बेचैन कर देने वाली है। इस गर्मी से वन्य प्राणियों को राहत दिलाने के लिए गांधी प्रणाली उद्यान में जानवरों के लिए कूलर लगाए गए हैं और स्प्रिंकलर से पानी के छिडक़ाव की व्यवस्था की गई है।

वनराज के लिए भी प्रबंधन ने कूलर लगा दिया है। वहीं कैज के बाहर बनाई गई हौद में भी शीतल पानी भरा गया है। इसके साथ ही चिडिय़ाघर में रह रहे अन्य 550 से अधि वन्य जीवों को भी गर्मी से बचाने के लिए अलग-अलग व विशेष इंतजाम किए गए हैं। चिडिय़ाघर में बाघ, तेंदुआ, शेर के पिंजरों में कूलर लगाए गए हैं। खुले स्थान में विचरण करने वाले वन्यजीवों पर स्प्रिंकलर की मदद से पानी का छिडक़ाव किया जा रहा है। यह व्यवस्था बढ़ते तापमान से इन वन्य प्राणियों को राहत देने के लिए की गई है। इतना ही नहीं कुछ वन्य प्राणियों के पिंजरों में सीलिंग पंखे भी लगाए गए हैं। इसके अलावा वन्य प्राणियों को गर्मी के प्रकोप से बचाने के लिए कुछ विशेष प्रकार के पेड़ भी लगाए गए हैं। यह ऐसे पेड़ हैं, जो तापमान को नियंत्रित करते रहते हैं। पशु पक्षी विशेषज्ञ गौरव परिहार ने बताया कि वन्य प्राणियों के बाड़े में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाता है। वन्यप्राणियों को मच्छरों से बचाने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। इसके अलावा वन्य प्राणियों के पिंजरों पर घास के पर्दे लगाए गए हैं। इन पर्दो पर पानी का लगातार छिडक़ाव होता रहता है। उन्होंने ने बताया कि गर्मी के मौसम में वन्य प्राणियों के खान-पान में भी बदलाव किया गया है। आम दिनों में वन्य प्राणियों को सप्ताह में एक दिन खाना नहीं दिया जाता, मगर गर्मी में सातों दिन खाना दिया जाता है। श्री परिहार ने बताया कि गर्मी के मौसम में खाली पेट रहने और मौसम की गर्माहट से जानवरों के उग्र होने का खतरा रहता है, इसीलिए खानपान से लेकर गर्मी से मुकाबला करने वाली सारी सुविधाएं वन्य प्राणियों को मुहैया कराई जा रही हैं।

पानी की मात्रा वाले फल दे रहे पक्षियों को

मोर, तोते प्रजाति के पंछियों के लिए भी उनके पिंजरे के बाहर लकड़ी की टटिया लगाई गई हैं, जिन्हें समय-समय पर पानी से भिगोया जाता है। जिससे पंछियों को भी ऐसी भीषण गर्मी में राहत मिल सके। हालांकि चिडिय़ाघर प्रबंधन का कहना है कि उनकी डाइट में ऐसे फल व सब्जियों को शामिल किया गया है, जिनमें पानी की मात्रा ज्यादा होती है। फिर भी जानवरों को भीषण गर्मी से बचाने के पर्याप्त उपाय किए जा रहे हैं। 

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