सुपर स्पेशयलिटी में डायलिसिस के मरीजों को बड़ी सौगात, अस्पताल में स्थापित हुई सीआरआरटी मशीन

अस्पताल में आज होगा ट्रायल

Update: 2024-04-05 00:45 GMT

ग्वालियर।  गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय के अंतर्गत संचालित सुपर स्पेशयलिटी अस्पताल की स्वास्थ्य सुविधाओं का लगातार विस्तार किया जा रहा है। इसी क्रम में अब अस्पताल में पहुंचने वाले किडऩी के गम्भीर मरीजों को बड़ी सौगात मिलने वाली है। अस्पताल में गम्भीर मरीजों के लिए अत्याधुनिक कन्टिन्यूअस रेनल रिप्लेसमेंट थेरेपीज (सीआरआरटी) मशीन स्थापित की जा चुकी है, जिसका ट्रायल 5 अप्रैल को किया जाएगा।

दरअसल सुपर स्पेशयलिटी में डायलिसिस यूनिट की शुरूआत पिछले माह ही की गई थी। यूटिन में डायलिसिस की दस मशीने हैं, जिसमें आठ मरीजों पर किडऩी के सामान्य मरीजों की डायलिसिस की जाती है। जबकि अन्य दो मशीनों पर एचआईव्ही व हेपेटाइटिस के मरीजों की डायलेसिस की जाती है।

लेकिन अब डायलिसिस यूनिट में सीआरआरटी मशीन भी स्थिति की जा चुकी है। उक्त मशीन पर किडऩी के ऐसे गम्भीर मरीज, जिन्हें डायलिसिस की जरूरत पड़ती है। उनका डायलिसिस की आसानी से किया जा सकेगा।

नेफ्रोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. शिवम यादव ने बताया कि डायलिसिस यूनिट में दो सीआरआरटी मशीन भी स्थापित की गई है। उक्त मशीन से गम्भीर रूप से बीमारी मरीजों की डायलिसिस की सामानी से सम्भव हो सकेगी। इसके अलावा ऐसे मरीजों की भी डायलिसिस हो सकेगी, जो ब्लड प्रेसर व ह्दय रोग से भी ग्रसित हैं। डॉ. यादव का कहना है कि सीआरआरटी मशीन की ट्रायल के लिए कम्पनी की ओर से इंजीनियर आ चुके हैं, जो 5 अप्रेल को मशीन का ट्रॉयल करेंगे। ट्रॉयल के दौरान सब कुछ ठीक रहा तो गम्भीर रूप से बीमार मरीजों की डायलिसिस भी शुरू कर दी जाएगी।

डेढ़ करोड़ की है एक मशीन

सुपर स्पेशयलिटी में दो अत्याधुनिक कन्टिन्यूअस रेनल रिप्लेसमेंट थेरेपीज (सीआरआरटी) मशीन स्थापित की गई। प्रत्येक मशीन की कीमत डेढ़ करोड़ रुपए हैं। अभी तक यह मशीन ग्वालियर-चंबल सम्भाग के किसी भी शासकीय अस्पताल में नहीं है।

दो से तीन दिन तक होगी है डायलिसिस

सीआरआरटी मशीन पर किडऩी के ऐसे गम्भीर मरीज जो या तो वेन्टीलेटर पर होते हैं या ऑक्सीजन सपोर्ट पर होते हैं तो उनकी डायलिसिस दो से तीन दिन तक लगातार होती है। डॉ. यादव का कहना है कि डायलिसिस के दौरान मशीन की निरंतर निगरानी भी की जाती है, जिससे यह पता चल सके कि मरीज के स्वास्थ्य में कितना सुवधा हो रहा है।

निजी अस्पताल में खर्च करने पड़ते हैं डेढ़ लाख तक

सीआरआरटी मशीन पर अगर कोई मरीज निजी अस्पताल में डायलिसिस कराता है तो उसे एक दिन के लिए डेढ़ लाख रुपए तक चुकाने पड़ते हैं। लेकिन सुपर स्पेशयलिटी अस्पताल में आयुष्मान के मरीजों को यह सुविधा नि:शुल्क उपलब्ध कराई जाएगी।

400 मरीजों की हो चुकी है डायलेसिस

सुपर स्पेशयलिटी अस्पताल में नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. शिवम यादव के आने के बाद अभी तक 400 से अधिक मरीजों की डायलिसिस की जा चुकी है। इसके अलावा करीब 30 मरीजों की किडऩी वायोप्सी भी की जा चुकी है। साथ ही वर्तमान में अब नेफ्रोलॉजी विभाग की ओपीडी में प्रतिमाह 500 से अधिक मरीज भी उपचार के लिए पहुंच रहे हैं। 

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