बदमाश की हत्या का खुलासा: हत्या के बाद पाप धोने गंगा नहाने हरिद्वार गए पिता-पुत्र, नाती
शिवपुरी के जंगल में बोरे में बंद मिला था शव, एक फरार
ग्वालियर। जनकगंज थाना पुलिस ने बदमाश गौरीशंकर की हत्या का पर्दाफाश करते हुए आरोपी पिता पुत्र व नाती को पकड़ लिया है। जमीन विवाद में गौरीशंकर की हत्या को अंजाम दिया था और शव को बोरे में बंद करने के बाद शिवपुरी के जंगल में फेंक दिया था। एक आरोपी अभी भी फरार है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पश्चिम गजेन्द्र वर्धमान ने बताया कि 6 फरवरी को जनकगंज थाना क्षेत्र स्थित गोल पहाडिय़ा तिघरा रोड पर रहने वाले बदमाश गौरीशंकर राठौर की हत्या करने के बाद शव को बोरे में बेरहमी से ठूंसने के बाद शिवपुरी में ठिकाने लगा दिया था। गौरीशंकर के भाई ने हत्या का आरोप ताऊ भागीरथ उसके बेटे राकेश राठौर और नाताी लखन राठौर सहित अन्य पर हत्या का लगाया था। उक्त हत्या के मामले में पुलिस पड़ताल कर रही थी। गुरुवार को पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि गौरीशंकर की हत्या में संदेही अपने घर आए हुए हैं। सूचना मिलते ही पुलिस सक्रिय हो गई और दबिश देकर राकेश उसके पिता भागीरथ व नाती लखन राठौर को दबोच लिया। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने गौरीशंकर की हत्या को जमीन विवाद के चलते अंजाम देना बताया गया। गौरीशंकर के परिजनों का गुभरियाऊ में जमीन पर काफी समय से कब्जा था। भागीरथ उसका बेटा राकेश व लखन हत्या करने के बाद अपना पाप धोने के लिए हरिद्वार गंगा नहाने चले गए थे। तीनों लोग वहीं पर ही गंगा में जाकर नहाते थे और एक पखबाड़ा तक रहे। पुलिस ने तीनों के खिलाफ हत्या का प्रकरण पंजीबद्ध कर लिया है।
गला दबाकर दिया था अंजाम
गौरीशंकर राठौर से पांच फरवरी को तीनों का जमीन पर ही विवाद हो गया था। प्लाट खरीदने आया ग्राहक वहां से झगड़ा होने पर वहां से भाग गया था। अगले दिन 6 फरवरी को ताऊ ने भतीजे गौरीशंकर को बुलाया और गला दबाकर हत्या कर दी। बाद में बोरे में शव को ठूंसकर सतनबाड़ा कार से ले गए और फेंककर घर आ गए। जैसे ही हत्या का खुलासा हुआ पितापुत्र व नाती घर से फरार हो गए थे।
मृतक लगातार कर रहा था शिकायत
गौरीशंकर ने भागीरथ राकेश राठौर व लखन की 3 अक्टूबर और 12 सितम्बर को अपनी हत्या करने की लिखित में शिकातय जनकगंज और पुलिस अधीक्षक कार्यालय में की थी। आवेदन के बाद भी पुलिस उसकी सुनवाई नहीं कर रही थी। मृतक और आरोपियों को पुराना अपराधिक रिकार्ड भी है। दोनों पक्षों पर हत्या के अलावा अन्य अपराधों में प्रकरण पंजीबद्ध हैं।
भागीरथ ने रचा था षडयंत्र
पुलिस का कहना है कि छह वर्ष पहले भागीरथ राठौर और उसके बेटे ने मिलकर एक युवक की हत्या कर दी और बाद में पुलिस को बुलाकर गौरीशंकर को फंसा दिया था। हालांकि बाद में न्यायालय में दोनों पक्षों में राजीनामा होने पर हत्या का मामला रफा दफा हो गया था। दोनों ही पक्ष एक दूसरे से लम्बे समय से जमीन को लेकर झगड़ रहे हैं।