फीकी पड़ी रेलवे की एक स्टेशन-एक उत्पाद योजना, दिलचस्पी नहीं दिखा रहे लोग

Update: 2022-07-20 08:16 GMT

ग्वालियर,न.सं.। मई के महीने में रेल मंत्रालय और रेलवे बोर्ड की ओर से शुरू की गई महत्वाकांक्षी योजना एक स्टेशन एक उत्पाद शुरू की गई थी। इस योजना के तहत रेलवे स्टेशन के लिए तो एक समूह ने थोड़ी दिलचस्पी दिखाते हुए रेलवे स्टेशन पर उत्पाद का एक स्टॉल लगाया था, लेकिन 15 दिन बीत जाने के बाद इस स्टेशन पर स्टॉल लगाने के लिए कारोबारी नहीं मिल रहे हैं। योजना के तहत स्थानीय कारोबारियों और स्वयं समूहों की ओर से अपने उत्पाद के स्टाल लगाए जाने है। रेलवे की ओर से 15 दिनों के लिए उत्पादों की स्टाल लगाने की अनुमति दी जा रही है। लेकिन स्टेशन पर आवेदन के लिए बॉक्स तो रखे हैं, लेकिन किसी भी कारोबारी का आवेदन नहीं आया है। जानकारों का कहना है कि रेलवे बोर्ड की ओर से सही तरीके से इस योजना का प्रचार प्रसार नहीं हो पाया है।जिसके चलते एक स्टेशन, एक उत्पाद योजना में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे लोग।

क्या है एक स्टेशन एक उत्पाद योजना

स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के साथ ही रोजगार के नए अवसर देने के उद्देश्य से महत्वाकांक्षी योजना शुरू की गई है। यात्रियों को संबंधित स्टेशनों के आसपास के जुड़े उत्पाद सस्ती कीमतों से मिल सके, इसके लिए रेलवे बोर्ड के निर्देश पर पूरे देश के 6 हजार से अधिक स्टेशनों पर एक स्टेशन एक उत्पाद योजना लागू की गई है। झांसी मंडल के स्टेशनों पर यह योजना लागू की गई है।  

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