ग्वालियर में अप्रैल में होगा संधारण, अलग-अलग क्षेत्रों में हर दिन होगी बिजली कटौती
सुबह जल प्रदाय की वजह से नहीं बदलेगा संधारण का समय
ग्वालियर। एक ओर गर्मी बढ़ रही है तो दूसरी ओर विद्युत वितरण कंपनी ने शहर में व्यापक स्तर पर विद्युत अधोसंरचना का संधारण कार्य शुरू कर दिया है। ऐसे में शहर के नागरिकों को एक माह तक लगभग हर दिन अलग-अलग क्षेत्रों में चार से पांच घंटे की बिजली कटौती झेलना पड़ेगी।
वैसे तो विद्युत वितरण कंपनी समय-समय पर आवश्कता पडऩे पर विद्युत अधोसंरचना का संधारण कार्य कराती है लेकिन अपै्रल माह में हर साल मानसून पूर्व संधारण कार्य व्यापक स्तर पर कराया जाता है ताकि मानसून सीजन के दौरान आंधी-बारिश की वजह से बिजली आपूर्ति बाधित न हो। इसी उद्देश्य से एक अपै्रल से संधारण कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। इसी क्रम में बुधवार तीन अपै्रल को शहर में एक साथ 21 विद्युत फीडरों पर संधारण कार्य किया गया। इस दौरान सुबह नौ से दोपहर एक बजे तक उक्त फीडरों से संबंधित क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बंद रही। विद्युत वितरण कंपनी के शहर वृत्त महाप्रबंधक नितिन मांगलिक ने बताया कि संधारण कार्य एक निरंतर प्रक्रिया है। प्रत्येक फीडर के संधारण कार्य में कम से कम चार घंटे का समय लगता है। हमारा प्रयास है कि अप्रैल माह में समस्त 33 एवं 11 केव्ही लाइनों का संधारण कार्य पूर्ण कर लिया जाए ताकि मई-जून की भीषण गर्मी में नागरिकों को निर्बाध बिजली आपूर्ति मिले और संधारण कार्य के लिए बिजली बंद न करना पड़े। गर्मी को देखते हुए संधारण के समय में परिवर्तन के सवाल पर श्री मांगलिक ने कहा कि चंूकि सुबह जल प्रदाय का समय रहता है इसलिए सुबह नौ बजे से पहले संधारण कार्य के लिए परमिट नहीं मिल सकता है। ऐेसे में संधारण कार्य सुबह नौ या दस बजे के बाद ही चार घंटे तक किया जाएगा।
गर्मी बढऩे से बढ़ी बिजली की खपत
पिछले एक सप्ताह से शहर में प्रतिदिन 35 से 36 लाख यूनिट बिजली की खपत हो रही थी जो अब गर्मी की वजह से बढक़र 46 लाख यूनिट पर पहुंच गई है क्योंकि अब गर्मी से बचने के लिए लोग पंखा, कूलर, एसी आदि का उपयोग करने लगे हैं। मई-जून में गर्मी और अधिक बढऩे से बिजली की खपत भी बढक़र प्रतिदिन 75 लाख यूनिट तक पहुंच जाती है।