ग्वालियर। ग्वालियर थाना क्षेत्र स्थित मेवाती मौहल्ले में रहने वाली तारा उर्फ रेनू भदौरिया कि उसके बेटे ने नशे की हालत में सिर पर हथौडा से वार करके हत्या कर दी थी।पुलिस ने जब मामले की गहराई से जांच पडताल की तो पुलिस को शक उसके बेटे जितेन्द्र भदौरिया पर गया ।
बेटे ने कबूला जुल्म -
इस सनसनीखेज हत्या के प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक ग्वालियर नवनीत भसीन ने हत्या के प्रकरण का खुलासा कर आरोपियों की तलाश कर त्वरित कार्यवाही करके के दिए थे। जिसके बाद नगर पुलिस अधीक्षक ग्वालियर नागेंद्र सिंह सिकरवार के मार्गदर्शन में तत्काल एक टीम का गठन किया गया। जिसमें ग्वालियर थाना प्रभारी बलवीर मार्वइ एवं थाने का अन्य स्टाफ शामिल थे। पुलिस ने पड़ताल के दौरान मृतिका के बेटे जितेंद्र भदौरिया पर संदेह होने पर उससे पूछताछ की। शुरुआती पूछताछ में वह मना करता रहा। बाद में कड़ाई से पूछताछ करने के बाद उसने जुल्म कबुल लिया।
नौकरी ना करने पर माँ देती थी ताना -
जितेंद्र ने बताया कि बेरोजगारी के कारण उसकी मां उसे रोज ताना मारती थी। कल जब वह नशे की हालत में घर आया तो उसकी मां ने नौकरी को लेकर ताना मरना शुरू कर दिया।माँ उसे घर से निकल जाने की बात कह रही थी। इसी बात से नाराज होकर उसने हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी जितेंद्र सिंह पुत्र जयसिंह भदौरिया को गिरफ्तार कर लिया।पुलिस ने हत्या में प्रयोग हुए हथौड़ एवं पेचकस को भी बरामद कर लिया। ग्वालियर पुलिस ने 24 घंटे के अंदर हत्या के आरोपी को गिरफ्तार अंधेकत्ल का खुलासा कर दिया।
डॉग ने निभाई अहम भूमिका-
जानकारी में एडी एसपी क्राइम पंकज पाडें ने बताया कि इस अंधे कत्ल में स्नाइफर डॉग जॉटी की भूमिका मुख्य रूप से रही । जब इस अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने के लिए स्रेफर डॉग जॉन्टी को घटनास्थल पर लाया गया तो उसने आसपास का एरिया सूंघकर मृतक महिला रेनू भदौरिया के बेटे का हाथ पकड लिया ।तभी पुलिस को उसके बेटे पर शक हो गया था।डॉग को भी पुरूस्कृत किया जाएगा ।