आज मनेगा करवाचौथ का त्यौहार, दुल्हन की तरह सज रही हैं महिलाएं

8.16 पर मैदानी इलाकों और 8.36 पर सभी स्थानों में उदय होगा करवाचौथ का चांद -

Update: 2020-11-04 01:00 GMT

ग्वालियर, न.सं.। अपने सुहाग की लंबी उम्र की कामना के लिए करवाचौथ व्रत का इंतजार कर रही शहर की युवतियां पिछले एक सप्ताह से तैयारियों में जुटी हुई हैं। कोई हाथों में मेहंदी लगवा रहा है तो कोई ब्यूटीपार्लर पर जाकर सज-संवर रहा है। हर कोई दुल्हन के रूप में दिखने को तैयार है। बुधवार 04 नवंबर को करवाचौथ का व्रत रखा जाएगा। ज्योतिषियों के अनुसार करवाचौथ का चांद मैदानी इलाकों में रात्रि 08.16 पर और 08.36 पर सभी स्थानों में उदय होगा।

पति के सुदीर्घ जीवन की कामना के लिए मनाया जाने वाला सुहाग पर्व करवाचौथ बुधवार को आस्था के साथ मनाया जाएगा। इससे पूर्व मंगलवार को बाजार में महिलाओं ने श्रृंगार के साथ ही करवाचौथ की पूजा में उपयोग होने वाले सामान की खरीदारी की। साथ ही महिलाओं ने अपने प्रियतम के नाम की महेंदी भी रचवाई। करवाचौथ को लेकर बाजारों में महिलाओं को लुभाने के लिए नए-नए डिजाइन के करवा उपलब्ध हैं। तरह-तरह की चूडिय़ां और आभूषण बाजार में महिलाओं को आकर्षित कर रहे हैं। महिलाओं के लिए बाजारों में पूजा की थाली भी आई है, जिन्हें खरीदने में महिलाओं ने खासी दिलचस्पी दिखा रही है। यह आरती की थालियां 200 से 500 रुपए तक में उपलब्ध हैं।

हाथों पर नजर आया करवाचौथ का चांद:-

करवाचौथ पर महिलाओं के बीच मेहंदी लगवाने को लेकर काफी उत्साह है। मंगलवार को शहर महाराज बाड़े पर मेहंदी लगाने वालों के यहां सुहागिनों की काफी भीड़ देखने को मिली। कोई हाथों पर पिया का चेहरा उतरवा रहा है तो किसी के हाथों पर करवाचौथ का चांद ही हाथों पर खिल रहा है। वहीं कई युवतियां और महिलाएं टेटू भी गुदवा रही हैं।

शिव योग देगा महिलाओं को अखंड सौभाग्य का वरदान:-

ज्योतिषाचार्य सतीश सोनी ने बताया कि भारतीय हिन्दू स्त्रियों के लिए करवाचौथ का व्रत अखंड सौभाग्य को देने वाला माना जाता है। करवाचौथ पति और पत्नी दोनों के लिए नव प्रणय निवेदन और एक दूसरे के प्रति अपार प्रेम त्याग एवं उत्सर्ग की चेतना लेकर आता है। करवाचौथ पर पंच शुभ योग होने से अखंड सौभाग्य का निर्माण हो रहा है। वहीं करवाचौथ का चंद्रोदय मिथुन राशि में होगा। मिथुन राशि का स्वामी बुध है और बुध का दिन गणेश जी का होता है। करवाचौथ पर बन रहा शिवयोग कल्याणकारी और सफलता कारक रहेगा। इस योग में पूजा करने वाली महिलाओं का दांपत्य जीवन सुखमय और कल्याणकारी होगा। शिव योग के साथ सर्वसिद्धि योग, सप्त कृति योग, महा दीर्घायु योग और सुख योग रहेगा।

जिनका विवाह होने वाला है वह भी रख सकती हैं व्रत:-

- ज्योतिषाचार्य डॉ. हुकुमचंद जैन ने बताया कि इस बार 04 नवम्बर को चंद्रोदय रात्रि 08.16 बजे मैदानी इलाकों में दिखाई देगा और 08.36 बजे तक सभी स्थानों पर नजर आने लगेगा। ज्योतिषाचार्य ने बताया कि करवाचौथ का त्यौहार पहले एक पारंपरिक त्यौहार था जो विशेष रूप से भारतीय राज्यों राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश के कुछ भागों, हरियाणा और पंजाब में मनाया जाता था हालांकि आज कल ये भारत के लगभग प्रत्येक क्षेत्र में सभी महिलाओं द्वारा मनाया जाता है। इस व्रत को सुहागिनें, जिनका रिश्ता तय हो गया है वो सभी कर सकते हैं।

इस प्रकार करें पूजा:-

ज्योतिषाचार्य पंडित गौरव उपाध्याय के अनुसार इस बार चतुर्थी तिथि का प्रारंभ 04 नवंबर को सुबह 3.24 पर होगा तथा चतुर्थी तिथि का समापन 05 नवंबर को सुबह 4.14 पर होगा। ज्योतिषाचार्य ने बताया कि पूजन सामग्री में करवा, दीपक, कपूर, हल्दी, कलश, छलनी, दूध, अगरबत्ती, चंदन फूल, शक्कर, फल, शहद, मिठाई, चूड़ी, कंघी, बिंदी, चुनरी, प्रसाद, सिंदूर, कुमकुम एवं महावर आदि से पूजा करें।

पंजाबी परिषद का सामुहिक करवाचौथ पूजन:-

पंजाबी परिषद की महिलाओं द्वारा बुधवार को सामूहिक रूप से करवाचौथ का त्यौहार मनाया जाएगा और पूजा अर्चना की जाएगी। यह पूजन शाम को 04 से 05 बजे तक होगा। करवाचौथ पूजन को लेकर सुहागिनों में काफी उत्साह है। कार्यक्रम का आयोजन रश्मि आनंद के निवास पर होगा।

रिश्ते मजबूत बनाने की कड़ी है करवा चौथ: जयति सिंह



स्मार्ट सिटी की मुख्य कार्यपालन अधिकारी जयति सिंह ने कहा कि करवाचौथ का त्यौहार पति व पत्नी के बीच रिश्ते मजबूत बनाने की कड़ी है। वैसे तो सात फेरे लेने के बाद ही पति-पत्नी का अटूट रिश्ता बन जाता है और महिलाएं अपने पति की दीर्घायु के लिए रोजाना प्रार्थना करती हैं। लेकिन मेरे लिए करवाचौथ विशेष महत्व रखता है। मैं पूरे वर्ष करवाचौथ के आने का इंतजार करती हूँ। मेरी और मेरे पति की व्यस्त दिनचर्या के बाद भी जब मैं पूरे दिन व्रत धारण कर शाम को चंद्रमा को अर्घ देती हूँ, तो मेरे पति मेरे सामने रहते हैं। इस बार भी करवा चौथ पर सुबह व्रत धारण कर पूजा-अर्चना करूंगी और शाम को पति का चेहरा देखकर ही व्रत खोलूंगी। मेरे लिए यह पर्व किसी उत्सव से कम नहीं होता है। इसके लिए मैंने खास तैयारियां भी की हैं।

बहुत पसंद करती हूँ करवाचौथ को:-



श्रीमती लता अन्नोटिया ने बताया कि वह करवाचौथ के त्यौहार को बहुत पसंद करती हैं। इस त्यौहार की तैयारियां कई दिन पहले ही शुरू कर देती हैं। इस बार हमने करवाचौथ पर खास साड़ी और डिजाइनदार ज्वैलरी पसंद की है। इसे ही पहनकर करवाचौथ और इनकी पूजा करूंगी।

इस बार शरारा सूट पहनूंगी:-



श्रीमती रिच्चा गुप्ता ने बताया कि करवाचौथ का नाम सुनते ही मन खुश हो जाता है। इस बार मैंने अपने लिए शरारा सूट तैयार करवाया है। डिजाइनदार चूड़ी और मंगलसूत्र भी पहनूंगी। वैसे तो हम हर बार बाहर ही खाना खाते थे, लेकिन इस बार कोरोना के कारण घर पर ही सभी के साथ खाना खाएंगे।

त्याग और तपस्या का त्यौहार है करवाचौथ:-



राज्य साइबर पुलिस अधीक्षक सुधीर अग्रवाल की पत्नी अमीता अग्रवाल ने बताया कि करवाचौथ महिलाओं के लिए सबसे महत्वपूर्ण त्यौहार है। इस दिन महिलाएं बिना अन्न और जल के रहकर पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं। यह त्यौहार त्याग और तपस्या का प्रतीक है। इस बार हमने करवाचौथ पर खास कपड़ों का चयन किया है। इन्हें पहनकर पूजा करेंगे और रात्रि में चांद का दीदार करके ही जल ग्रहण करेंगे।

Tags:    

Similar News