नसबंदी के बाद महिलाओं को लिटाया जमीन पर
मुरार जच्चा खाने में फैली अव्यवस्थाएं, मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर पहुंची शिकायत
ग्वालियर, न.सं.। मुरार जिला अस्पताल के जच्चा खाने की व्यवस्थाएं बिगड़ती जा रही है। यही कारण है कि नसबंदी के बाद महिलाओं को जमीन पर लेटाए जाने का एक गम्भीर मामला सामने आया है। जिसको लेकर महिला के परिजनों ने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर भी शिकायत दर्ज कराई है।
दरअसल गत दिवस सोमवार को मुरार जच्चा खाने में करीब 20 महिलाएं नसबंदी के ऑपरेशन के लिए पहुंची थी। महिलाओं को ऑपरेशन के बाद गैलरी में लैटा दिया गया। इतना ही नहीं जमीन पर बिछाने के लिए महिलाओं को न तो गद्दे उपलब्ध कराए गए और न ही चादर। नसबंदी के ऑपरेशन के दौरान महिलाओं को पलंग तक नसीब नहीं हुए। उन्हें ठंड में जमीन पर एक लाइन में डाल दिया गया। जमीन पर लेटी नसबंदी वाली महिलाएं ठंड से जब ठिठुर रहीं थीं तो उनके अभिभावक उन्हें कंबल से ढांकते नजर आए। इतना ही नहीं एक महिला को जमीन पर बेहोश भी हो गए, जिसके बाद उसे पलंग पर लेटाया गया। जिसको लेकर एक महिला की मां ने अस्पताल की अव्यवस्थाओं को लेकर मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर भी शिकायत दर्ज कराई है। महिला का कहना था कि अगर वह समय पर नहीं पहुंचती तो उसकी बेटी की जान तक चली जाती।
घर से लेकर आई कम्बल
निबुआपुरा निवासी गुड्डी बाई ने सिविल सर्जन कार्यालय में भी अव्यवस्थाओं को लेकर शिकायत की है। गुड्डी बाई का कहना है कि उसकी बेटी के ऑपरेशन के बाद जमीन पर लेटा दिया गया। लेकिन जमीन पर बिछाने के लिए न तो गद्दा दिया गया और न ही कम्बल। जबकि उनकी बेटी ठंड से ठिठुर रही थी। जिसकी शिकायत उन्होंने फोन पर भी की तो किसी ने नहीं सुना। इसके बाद वे घर से कम्बल लेकर आई और बेटी को उडाया।
प्रभार बदलने के बाद से ही फैली अव्यवस्थाएं
मुरार जच्चा खाने की व्यवस्थाएं नर्सिंग स्टाफ बदलने के बाद से ही बिगड़ी हुई है। सिविल सर्जन डॉ. आर.के. शर्मा द्वारा तीन दिन पूर्व ही जच्चा खाने में पदस्थ 21 स्टाफ नर्सों के प्रभार बदल दिए हैं। प्रभार बदले जाने के बाद से ही अस्पताल की व्यवस्थाएं बिगड़ी हुई हैं। लेकिन उसके बाद भी जिम्मेदारों को कोई असर नहीं पड़ रहा।