टॉलीवुड का बॉलीवुड को तमाचा, मनोज मुंतशिर को मैं पहले भी पसंद नहीं करता था और अब भी नहीं करता: अभिनेता यशपाल शर्मा
फिल्म अभिनेता यशपाल शर्मा ग्वालियर राजा मानसिंह तोमर विश्वविद्यालय में हरियाणवी फिल्म दादा लख्मी के स्क्रिनिंग के लिए ग्वालियर आए थे| प्रेस कांफ्रेंस में टॉलीवूड की प्रशंसा और बॉलीवुड के कंटेंट को बेहूदा बताया|
ग्वालियर। फिल्म अभिनेता यशपाल शर्मा ग्वालियर राजा मानसिंह तोमर विश्वविद्यालय में हरियाणवी फिल्म दादा लख्मी के स्क्रिनिंग के लिए ग्वालियर आए थे। इस दौरान शहर के एक होटल में प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया। जहां उन्होंने कहा कि बॉलीवुड इंडस्ट्री के पास अब कोई स्टोरी नहीं बची है इसलिए वह तमाम फिल्मों की कॉपी करती है। टॉलीवुड मूवी इंडस्ट्री की प्रशंसा कर बॉलीवुड को बेहतर कंटेंट पेश करने में कमजोर बताया। साथ ही कहा कि टॉलीवुड की ओर लोगों का ज्यादा रूझान बॉलीवुड को तमाचा है। साथ ही हरयाणवी फिल्म दादा लख्मी के बारे में बताते हुए कहा कि पंडित लख्मीचंद के संगीतमयी यात्रा पर आधारित है। जिन्हें हरियाणा का शेक्सपीयर कहा जाता है। इस फिल्म को राष्ट्रीय फिल्म पुरूस्कार भी मिल चुका है। इस फिल्म को कांस फेस्टिवल में भी प्रदर्शित की गई।
यह फिल्म 17 किताबों के निचोड़ से और 6 साल की मेहनत से तैयार-
उन्होंने बताया कि उनका उद्देश्य सिर्फ सुस्त हरियाणवी सिनेमा को जगाना है। दुनिया को हरियाणवी अभिनेता पंडित लख्मीचंद के बारे में जाने और लोगों ने बेहद उत्सुकता से फिल्म को देखा है और पसंद भी किया। इस फिल्म को 17 किताबें पढ़कर करीब 6 साल की कड़ी मेहनत के बाद 700 लोगों ने इसे तैयार किया। पं. लख्मीचंद जिला सोनीपत गांव जाटी से हरियाणा के लोक कलाकार थे। वह कभी स्कूल न जाकर हरियाणा के सबसे बुद्विमान व्यक्तियों में से एक थे। इन्हें हरियाणा के शेक्सपीयर,कबीरदास,भविष्य वक्ता,सांग सम्राट और सूर्य कवि जैसी उपाधियों से नवाजा जा चुका है। 50-50 मील से बैलगाड़ी पर उनकी रागिनी सुनने और सांग देखने के लिए आया करते थे। वह एक अभिनेता,निर्देशक,निर्माता,गायक,नर्तक थे। देश की बड़ी यूनिवर्सिटी ने इस मूवी को अपना सिलेबस में भी रखा है।
मैंने आदिपुरूष नहीं देखी,मनोज मुंतशिर पसंद नहीं-
फिल्म आदिपुरूष नहीं देखी,लेकिन मूवी पर जो कंट्रोवर्सी सुनी,फिल्म में मनोज मुंतशिर के द्वारा बहुत ही बेहुदा डायलॉग लिखे गए हैं। मुझे मनोज मुंतशिर पहले भी पसंद नहीं थे और अब भी पसंद नही हैं। साथ ही कहा कि आपकी भगवान के प्रति आस्था हो या न हो, लेकिन किसी धर्म को बेइज्जत करने का कोई हक नहीं है।
बॉलीवुड के पास कोई कंटेंट नहीं-
उन्होंने कहा कि टॉलीवुड की तरफ लोगों का रूझान होना बॉलीवुड को तमाचा है। क्योंकि बॉलीवुड के पास दमदार कंटेंट नहीं है। कंटेंट दमदार बनाने के लिए बॉलीवुड कुछ भी परोसता है। जो युवा को लुभाता है और गलत मैसेज दे रहा है। महिलाओं के साथ हो रहे अपराध कि वजह बॉलीवुड का अश्लील कंटेंट है। मैं इसका विरोध करता हूं, जो समाज को गंदा कर रहा है।