राजस्थान: मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने अपनी ही सरकार पर लगाए जासूसी के आरोप, बोले- मेरा फोन टैप हो रहा लेकिन...
जयपुर। राजस्थान के मंत्री किरोड़ी लाल मीणा अपनी ही सरकार के लिए परेशानी का कारण बनते जा रहे हैं। उन्होंने हाल ही में राज्य सरकार पर जासूसी का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि, उनके खिलाफ 50 फर्जी थानेदारों को गिरफ्तार किया गया और उनकी गतिविधियों की सीआईडी द्वारा निगरानी की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि उनका फोन टैप किया जा रहा है और उनकी बातों को नजरअंदाज किया जा रहा है, जब उन्होंने सरकार से परीक्षा रद्द करने की अपील की थी। हालांकि डॉ. मीणा ने यह भी कहा कि इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता।
जयपुर के आमागढ़ मंदिर में किरोड़ीलाल ने क्या कहा कि, मैंने भ्रष्टाचार के कुछ मामले बीच में उठाए थे, 50 फर्जी थानेदारों को गिरफ्तार किया गया। मैंने जब कहा कि ये परीक्षा रद्द करो, तो सरकार ने मेरी बात नहीं मानी। उल्टा सरकार की तरफ से जैसा पिछले राज में हुआ करता था, वैसा ही हो रहा है। चप्पे-चप्पे पर मेरे लिए सीआईडी लगाई जा रही है और मेरा टेलीफोन भी रिकॉर्ड किया जा रहा है। डॉ. मीणा ने कहा कि इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता।
कौन हैं किरोड़ी लाल मीणा?
किरोड़ी लाल मीणा राजस्थान के एक प्रभावशाली नेता हैं, जिन्होंने विभिन्न राजनीतिक भूमिकाओं में कार्य किया है। वह राज्यसभा सांसद रह चुके हैं और विधानसभा चुनाव में बीजेपी के टिकट पर सवाई माधोपुर से चुनाव जीतने में सफल रहे थे। इसके अलावा वह दो बार लोकसभा सांसद भी रह चुके हैं और पहले 5 बार विधायक रहे हैं।
उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनाव में दौसा से चुनाव लड़ा था, हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा। किरोड़ी लाल मीणा को भजनलाल सरकार में कृषि एवं उद्यान और ग्रामीण विकास विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
भजनलाल सरकार में मंत्री पद
राजस्थान की भजनलाल सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में कार्य करते हुए, मीणा ने गुरुवार को जयपुर में एक कार्यक्रम में यह खुलासा किया कि मुख्यमंत्री भजनलाल ने उन्हें इस्तीफा देने से मना किया था। लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम के बाद से यह अटकलें लगाई जा रही थीं कि किरोड़ी लाल इस्तीफा दे सकते हैं और अब उन्होंने इन अटकलों को सही ठहराया है।
वह दौसा से चुनाव हार गए थे, जिसके चलते उनके इस्तीफे की बातें जोर पकड़ने लगीं। राजस्थान में बीजेपी के कद्दावर नेता माने जाने वाले मीणा के इस्तीफे से पावर गेम को भी जोड़ा जा रहा है। बताया जा रहा है कि उन्होंने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री भजनलाल को भेज दिया है।