गमछे से बांध दिये हाथ, पैर और आंखे, एटीएम के पासवर्ड को लेकर की बेल्टों से मारपीट
सलापुरा निवासी अपह्रत हुए शिक्षक ने सुनाई आपबीती...
भागवत कथा के आयोजन से लौट रहे शासकीय शिक्षक और सहयोगी का विधायक के घर के सामने से हुआ अपहरण
श्योपुर ब्यूरो। रविवार की रात्रि 10: 15 बजे बाइक पर अपने एक सहयोगी के साथ लौट रहे शासकीय शिक्षक का कार मेें सवार होकर आए 6 अज्ञात बदमाशों ने अपहरण कर लिया। अपहरण करने के बाद बदमाश शिक्षक सहित उनके सहयोगी को राजस्थान के टोंक जिले में ले गए, जहां शिक्षक के एटीएम से 56 हजार रूपये अलग-अलग माध्यमों से निकाले गए हैं। वहीं शिक्षक की एक सोने की अंगूठी भी छीन ली गई। संतोषजनक बात यह रही कि बदमाशों द्वारा रूपये लेने के बाद उन्हें बिना किसी हताहत के जयपुर-टोंक हाइवे पर सुमसान जगह छोड़ दिया। जैसे-तैस शिक्षक अपने सहयोगी के साथ टोंक जिले के बरौली थाने के पास जाकर बैठ गए और अपने परिजनों को सूचित किया। इसके बाद परिजन उन्हें लेने पहुंच गए।
जानकारी के अनुसार सलापुरा में निवास करने वाले शासकीय प्राथमिक विद्यालय नागदी के प्रधान अध्यापक सुरेशचंद पुत्र कन्हैयालाल माहौर उम्र 54 वर्ष रविवार को अपने साथी महेश पुत्र नाथूलाल बैरवा के साथ सवाई माधोपुर जिले के बहरांउड़ा तहसील के गांव रिछेरा से एक भागवत कथा के आयोजन से लौट रहे थे। तभी जाटखेड़ा मंदिर के पास विधायक बाबू जण्डेल निवास के सामने श्योपुर-पाली हाइवे पर रात्रि 10:15 बजे एक कार में सवार अज्ञात 6 बदमाशों ने शिक्षक की मोटर साइकिल को ओवरटेक किया और उन्हें उनके सहयोगी सहित कार में खींच लिया।
अपहरण की आपबीती की आगे की कहानी अपह्रत हुए शिक्षक श्री माहौर ने स्वयं बताते हुए कहा कि कार में खींचने के बाद बदमाशों ने उनकी आंखें और हाथ गमछे से बांध दिये बकौल श्री माहौर सभी आरोपियों द्वारा की जा रही बातचीत के अनुसार वे हमें चंबल दाहिनी मुख्य नहर से मातासूला होते हुए ढोटी ले गए। जहां से प्रेमसर होते हुए राजस्थान के खातौली से झरेर के बालाजी मंदिर से कुछ किलो मीटर की दूरी पर एक सूनसान टीले पर कार को रोक दिया। प्रधान अध्यापक बताते हैं कि उन्हें आंखों से हल्का दिखाई दे रहा था, तो वह जगह एक ऊंचा टीला थी, जहां सरसों की फसल खड़ी हुई थी। सभी बदमाश चर्चा भी कर रहे थे कि यह जगह उनके खास ठीकानों में से एक है। श्री माहौर ने बताया कि उनमें से दो लोग एक-दूसरे को पंडत और बत्ती कहकर पुकार रहे थे। बदमाशों ने हमसे यह तक कहा कि उनकी लोकेशन उन्हें पहले से मिल रही है। यहां कुछ रूकने के बाद इंदरगढ़, चौथ का बरवाड़ा, शिवाड़ के रास्ते से टोंक जिले में लेकर पहुंच गए। श्योपुर पहुंचने के बाद प्रधान अध्यापक ने देहात थाना पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
स्वीप मशीन से पेट्रोल पंप पर निकाले रूपये
प्रधान अध्यापक श्री माहौर ने बताया कि बदमाशों ने सबसे पहले उनसे उनका एटीएम कार्ड छीन लिया। इसके बाद खातौली एटीएम से पैसे निकालने के लिये पासवर्ड पूछा एक बार उन्हीं से पासवर्ड गलत डल गया, तो बेल्टों से यह कहते हुए मारपीट करने लगे, कि सही पासवर्ड बताओ। मैने दोबारा पासवर्ड बताया, लेकिन एटीएम से पैसे नहीं निकल सके। इसके बाद उन्होंने पे-टीएम से भी पैसे निकालने का प्रयास किया, लेकिन एक ही रूपया खाते में पहुंच पाया। इसके बाद उन्होंने खातौली पेट्रोल पंप पर 4000 रूपये का गाड़ी में पेट्रोल डलवाया। इसके बाद बदमाशों ने टोंक जिले में एक स्वीप मशीन द्वारा पैसे निकालने की कोशिश की, लेकिन वहां भी नहीं निकले। इसके बाद टोंक जिले के ग्राम सौंफ के पास स्थित पेट्रोल पंप 2100 रूपये का पेट्रोल डलवाया और स्वीप मशीन से 50 हजार रूपये निकाले। श्री माहौर ने बताया कि उनका वेतन आने के बाद खाते में 58 हजार रूपये बचे हुए थे। इसके बाद सोमवार को सुबह 9:30 बजे जयपुर-टोंक हाइवे पर बरौली थाने से दो किमी दूर वीपीवीसी पेट्रोप पंप के पास छोड़ दिया।
12 घंटे तक हाइवे पर पड़ी रही मोटर साइकिल और शिक्षक का जूता
शिक्षक और उनके सहयोगी का अपहरण होने के बाद उनकी मोटर साइकिल जाटखेड़ा मंदिर के पास श्योपुर-पाली हाइवे पर बीच सडक़ पर पड़ी रही। वहीं बदमाशों की खीचातान में शिक्षक का एक जूता भी सडक़ पर ही रह गया था। हैरत की बात तो यह है कि हाइवे पर तकरीबन सुबह तक लावारिस हालत मेें पड़ी रही मोटर साइकिल को किस ी ने उठाया तक नहीं। ऐसे में सवाल यह भी है कि रात भर गश्ती का दावा करने वाली पुलिस को सडक़ पर पड़ी हुई मोटर साइकिल कैसे नजर नहीं आई?
पांच दिन पहले कनापुर के पास हो चुकी है लूट की घटना
पांच दिन पहले श्योपुर-खातौली सडक़ पर कनापुर पुलिस के पास आजाद शाह नाम के युवक के साथ लूट की घटना घटित हो चुकी है। मिली जानकारी के अनुसार रात्रि करीब 9 बजे श्योपुर से कनापुर जा रहा था। तभी एक बोलेरो कार में सवार चार लोग ने रास्ता पूछने के बहाने युवक को रूकवाया और अंदर गाड़ी में खींच लिया। गाड़ी में बैठाकर अजापुरा तक ले गए। इस बीच उन्होंने युवक की मारपीट की और रूपये पैसे के बारे में पूछा युवक ने कहा कि मैं तो गरीब आदमी हूं। मेरे पास 500 रूपये है। युवक से 500 रूपये छीनने के बाद उसे अजापुरा छोडक़र चले गए।
विकास तोमर थाना प्रभारी, देहात ने कहा -
इस तरह की सूचना मेरे पास नहीं आई है। यदि कोई शिकायत प्राप्त होती है, तो हम निश्चित रूप से कार्यवाही करेंगे।