नोटबंदी की घोषणा के तुरन्त बाद अमेरिकी अर्थशास्त्री रिचर्ड थेलर ने नोटबंदी के समर्थन में प्रतिक्रिया दी थी कि यह एक ऐसी नीति है जिसका मैंने लंबे समय से समर्थन किया है, यह कैसलेस की ओर पहला कदम एवं भ्रष्टाचार कम करने की दिशा में एक अच्छी शुरूआत है। ये वही रिचर्ड थेलर हैं जिन्हें अगले वर्ष अर्थात् 2017 में अर्थशास्त्र के नोबल पुरस्कार से नवाजा गया। नोटबंदी नरेन्द्र मोदी सरकार का ऐसा क्रांतिकारी एवं धमाकेदार निर्णय था जिसके माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी पूरी दुनिया को यह सन्देश देने में सफल रहे कि आने वाले समय में भारत देशहित एवं जनहित में किसी भी सीमा तक जा सकता है, इसलिए फिर एक बार मोदी सरकार।
पिछले दस वर्षों में नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा स्वच्छ भारत अभियान, मेक इन इण्डिया, जीएसटी, प्रधानमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, अनुच्छेद 370 हटाना, कोरोना महामारी से प्रभावशाली तरीके से निपटना एवं वैक्सीन बनाकर अन्य देशों को उपलब्ध करवाना, राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी २०२०), तीव्र गति से रिकार्ड संख्या में सड़क, रेल एवं हवाई सुविधाओं का विस्तार, नये आईआईटी एवं आईआईएम की स्थापना, प्रधानमंत्री जन-धन योजना, तीन तलाक का अन्त, उज्जवला योजना, आयुष्मान भारत, डिजिटल इण्डिया, यूपीआई, सर्जीकल स्ट्राइक, अंग्रेजों के जमाने के तीन आपराधिक कानून बदलना, जी-20 का सफल आयोजन, नारी शक्ति वंदन अधिनियम, वन रैंक, वन पेंशन, कौशल विकास पर जोर, राममंदिर निर्माण, पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाना, जल-जीवन मिशन, पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना आदि जनहित में अभूतपूर्व कदम उठाये गए हैं, इसलिए फिर एक बार मोदी सरकार।
पिछले दस वर्षों में नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा 34 लाख करोड़ से अधिक राशि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के तहत लाभार्थियों के खाते में पहुंचाई गई है। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का वक्तव्य है जिसमें वे कह रहे हैं कि दिल्ली से निकलने वाले एक रुपए में से सिर्फ 15 पैसे ही अंत तक पहुंच रहे हैं। इस हिसाब से नरेन्द्र मोदी सरकार ने डीबीटी के माध्यम से भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ने वाले लगभग 29 लाख करोड़ रुपए की बचत की है, इसलिए फिर एक बार मोदी सरकार। पिछले दस वर्षों में देश के लगभग 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं, इसके साथ-साथ राम मंदिर निर्माण, अटल सेतु, सिंदरी उर्वरक कारखाना जैसी बहुत सी परियोजनाओं का शिलान्यास एवं उद्घाटन दोनों प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ही किया है, अर्थात् जो कहते हैं वह करते हैं, चूंकि देश का गरीब, किसान, महिला एवं युवा मोदी सरकार की प्राथमिकता है, इसलिए फिर एक बार मोदी सरकार।
2014 में देश में 390 मेडिकल कॉलेज थे, जो आज 700 से अधिक हो गये हैं। लगभग 50 हजार एमबीबीएस की सीटें थीं जो आज एक लाख से अधिक हो गई हैं। मेडिकल की पोस्ट ग्रेजुएट सीटों की संख्या 30 हजार थी जो बढ़कर अब 70 हजार से अधिक हो गई हैं। पिछले दस वर्षों में भारतीय प्रबंधन संस्थानों की संख्या 13 से बढ़कर 21 हो गई है। आईआईटी की संख्या 16 से बढ़कर 23 एवं अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान 06 से बढ़कर 22 हो गए हैं। 2014 तक देश में 74 एयरपोर्ट थे जो आज बढ़कर 140 से अधिक हो गये हैं। श्रीलंका से मौत की सजा पाये मछुआरों की रिहाई, पाकिस्तान से कैप्टन अभिनंदन को सुरक्षित वापस लाना, युद्वग्रस्त यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालना एवं अभी हाल ही में कतर में मौत की सजा का सामना कर रहे आठ पूर्व नौसैनिकों की रिहाई के माध्यम से भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 140 करोड़ भारतीयों को यह विश्वास दिलाया है कि भारतीय नागरिक दुनिया के किसी भी कोने में हों, संकट के समय मोदी सरकार हमेशा उनके साथ है। दुनिया में भारतीयों की सुरक्षा मोदी की गारंटी है, इसलिए फिर एक बार मोदी सरकार, और हॉ, चाहे नागरिकों की वापसी हो अथवा रिहाई, नरेन्द्र मोदी सरकार ने जाति, धर्म अथवा क्षेत्र विशेष को लेकर कभी कोई विभेद नहीं किया है। केन्द्र सरकार की योजनाओ ं से सभी 140 करोड़ भारतीय लाभान्वित हो रहे हैं, इसलिए फिर एक बार मोदी सरकार।
(लेखक प्रोफेसर एवं डीन कॉमर्स विभाग जीवाजी विवि हैं)