टीम में बब्बन परिवर्तन करेंगे, नहीं करेंगे, पर तय होगी संदीप और आकाश की भूमिका: वही शागिर्द फिर हो जाते हैं उस्ताद ऐ 'जौहर', जो जान-ओ-दिल से ख़िदमत-ए-उस्ताद करते हैं
बृजेश 'कबीर', हरदोई। इतवार को भारतीय जनता पार्टी हरदोई मुख्यालय में दो ’युवा तुर्कों’ की बॉडी लैंग्वेज देख कसदन ज़हन में आईं। एक युवा मोर्चा के निवर्तमान सरदार और अब जिला उपाध्यक्ष हैं और दूसरे मोर्चा कस के संभाले ही नहीं, नेतृत्व से चूल में चूल भिड़ाते दिखते रहे सम्प्रति जिलाध्यक्ष हैं।
जिलाध्यक्ष की नियुक्ति के बाद अब दृष्टि स्वाभाविक ही उनकी नई टीम पर रहेगी। अजीत सिंह बब्बन प्रतिकूल हालात में लोकसभा चुनाव में माकूल परिणाम और सदस्यता पर्व में जनपद को सूबे में दूसरे पायदान पर रखने वाली टीम पर भरोसा बनाए रखेंगे, या कोई परिवर्तन करेंगे, ये देखने की बात होगी। पर टीम में मोर्चा के निवर्तमान और मौजूदा अध्यक्ष की भूमिका जरूर सुनिश्चित होगी।
खाली महामंत्री पद पर किसे बनाएंगे बब्बन उत्तराधिकारी, सबकी निगाहें
पूर्णकालिक जिलाध्यक्ष की नियुक्ति के बाद मोर्चा और प्रकोष्ठों के पुनर्गठन की प्रक्रिया शुरू होगी। जाहिर ही युवा और महिला मोर्चा अध्यक्ष पद के लिए दावेदारों की कतार है पूरी। लेकिन, युवा मोर्चा अध्यक्ष इस मानी में महत्वपूर्ण हो जाता है कि, अब आकाश का मोर्चा अध्यक्ष पद पर एक्सटेंशन नहीं होगा।
गैर क्षत्रिय अध्यक्ष की नियुक्ति होगी। ऐसे में आकाश का जिला टीम के लिए दावा होगा। अभी जिला टीम में एक महामंत्री पद रिक्त है, जो बब्बन के अध्यक्ष बनने के बाद से रिक्त है। इस पर क्षत्रिय कोटे से ही नियुक्ति होनी है। ऐसे में संदीप सिंह स्वाभाविक दावेदार होंगे।
युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष को मेन बॉडी में महामंत्री बनाए जाने की परम्परा रही है। पर सौरभ मिश्र नीरज ने संदीप को उपाध्यक्ष बनाया और बब्बन को महामंत्री। हालांकि, बब्बन मोर्चा के जिलाध्यक्ष रहे हैं, पर उसके बाद भाजपा में प्रभावशाली पदों पर रहे हैं। राम बहादुर सिंह की टीम से सौरभ की टीम में बब्बन की अवश्यंभावी उपस्थिति रही। अब संदीप उम्मीद से होंगे। वैसे, एक पूर्व मोर्चा जिलाध्यक्ष अविनाश पाण्डेय अभी भाजपा जिला मंत्री हैं। तो, सौरभ परवर्ती बब्बन के लिए एक राह खोल ही गए हैं और वरिष्ठता का महत्व भी रेखांकित कर गए हैं।
संदीप दिखे गुरु को आसंदी पर बिठाते, आकाश प्रदेश महामंत्री संग रवाना होते
वहीं, दावा आकाश का भी महामंत्री पद के लिए होगा, ऐसी पूरी संभावना है। संदीप और आकाश दोनों ही बब्बन के शागिर्द हैं। दोनों बब्बन के मार्गदर्शन में मोर्चा अध्यक्ष बने। इससे संदीप और आकाश को कभी इंकार भी नहीं रहा। देखने की बात होगी उस्ताद किस शागिर्द को अपनी छोड़ी सीट के उपयुक्त पाते हैं।
जिलाध्यक्ष नियुक्ति की घोषणा कार्यक्रम में उत्साहित संदीप ने मंच के ऐलान से पहले गुरु का सोशल मीडिया पर अभिनंदन कर दिया। इतना ही नहीं, पर्यवेक्षक/प्रदेश महामंत्री सुभाष यदुवंश, जनपद निर्वाचन अधिकारी संजीव वालिया, मंत्री रजनी तिवारी और विधायक माधवेंद्र प्रताप सिंह रानू जब नवनियुक्त अध्यक्ष को उनके कार्यालय में आसंदी पर विराजमान कराने गए तो संदीप साए की तरह संग थे।
दूसरे दृश्य में आकाश सुभाष यदुवंश संग पार्टी दफ्तर से रवाना हो गए, एक फॉर्च्यूनर पीछे लाने का निर्देश देते हुए। दृश्य दिखे, बयां किए, बाकी मुस्तकबिल की सूरत-ए-बयां काबिल-ए-गौर रहेगा। फिलहाल तो लाला माधव राम जौहर की ये लाइनें आ गईं ज़हन में कसदन...
वही शागिर्द फिर हो जाते हैं उस्ताद ऐ 'जौहर',
जो अपने जान-ओ-दिल से ख़िदमत-ए-उस्ताद करते हैं...