नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने सोमवार को उपराष्ट्रपति भवन में जम्मू कश्मीर के स्कूली विद्यार्थियों के एक दल से मुलाकात के दौरान आतंकवाद को मानवता का सबसे बड़ा दुश्मन बताते हुए कहा कि आतंकवाद का कोई दीन धर्म नहीं होता। विद्यार्थियों का यह दल दिल्ली के भ्रमण पर आया है।
उपराष्ट्रपति वेंकैया ने पाकिस्तान की ओर संकेत करते हुए कहा कि हमारा पड़ोसी हमारे देश को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है। उन्होंने कहा कि विकास के लिए शांति आवश्यक शर्त है। तनाव के साथ आप प्रगति पर ध्यान नहीं रख सकते।
अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्यों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि इस देश के नागरिक के रूप में आपको संवैधानिक अधिकार प्राप्त है, लेकिन आपके कर्तव्य ही आपके अधिकारों का स्रोत हैं। मुझे आशा है कि आप अपने अधिकारों के साथ-साथ अपने कर्तव्यों के प्रति भी जागरुक रहेंगे।
वेंकैया ने कहा कि जम्मू कश्मीर के विद्यार्थियों के लिए भारतीय सेना द्वारा आयोजित यह दौरा एक सराहनीय प्रयास है। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर भारत का मुकुट है। इस पूरे क्षेत्र को प्रकृति का आशीर्वाद प्राप्त है, हिमाच्छादित पर्वत शिखर, हरी भरी वादियों में बहती अविरल धाराओं में प्रकृति अपने पूरे विहंगम सौंदर्य में दिखती है। इस क्षेत्र के मैत्रीपूर्ण नागरिक, यहां की उदार अध्यात्मिक परम्परा के वारिस हैं।