Justice Yashwant Verma: नकदी विवाद जांच के बीच इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज बने जस्टिस यशवंत वर्मा

Justice Yashwant Verma took oath as Allahabad HC Judge : जस्टिस यशवंत वर्मा ने आज इलाहाबाद हाई कोर्ट जज के रूप में शपथ ग्रहण की है। उनको इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश अरुण भंसाली ने शपथ दिलाई है। बता दें कि, कुछ दिन पहले ही उन्हें नकदी विवाद के बीच दिल्ली उच्च न्यायालय से इलाहाबाद उच्च न्यायालय में स्थानांतरित किया गया था।
यह स्थानांतरण ऐसे समय में हुआ है जब उच्चतम न्यायालय ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश से कहा था कि न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा के पदभार ग्रहण करने के बाद उन्हें कोई न्यायिक कार्य न सौंपा जाए।
उच्चतम न्यायालय द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है, इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश से कहा गया है कि वे न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में कार्यभार ग्रहण करने के बाद कोई न्यायिक कार्य न सौंपें।
इलाहाबाद हाईकोर्ट में सीनियारिटी लिस्ट में जस्टिस यशवंत वर्मा नौवें नंबर पर हैं। नौवें नंबर पर होने की वजह से जस्टिस वर्मा एडमिनिस्ट्रेटिव वर्क और न्यायिक कामकाज भी नहीं करेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने जांच पूरी होने तक उनके न्यायिक कामकाज पर रोक लगाई है।
इससे पहले जस्टिस यशवंत वर्मा के तबादले के विरोध में इलाहाबाद हाईकोर्ट के वकीलों ने आंदोलन किया था, हालांकि उन्होंने अपनी हड़ताल वापस ले ली थी। इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन कार्यकारिणी की बैठक में हड़ताल खत्म कर काम पर वापस लौटने का फैसला लिया गया था।
वकीलों की यह हड़ताल जस्टिस यशवंत वर्मा के न्यायिक कार्य करने पर रोक लगने के बाद स्थगित हुई थी। आंदोलन के तहत इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन 26 और 27 अप्रैल को प्रयागराज में नेशनल लेवल की कांफ्रेंस आयोजित करेगा।