सुरक्षा की दृष्टि से इन भाजपा शासित राज्यों ने रद्द की 12वीं की परीक्षा, कहा - छात्रों का जीवन अनमोल
भोपाल। प्रधानमंत्री द्वारा सीबीसीएसी की 12वीं बोर्ड की परीक्षा रद्द करने के बाद अब प्रदेश सरकारें भी अपने राज्यों में बोर्ड परीक्षाओं को रद्द कर रही हैं। जिसमें अब तक भाजपा शासित राज्य सबसे आगे हैं। गुजरात, हरियाणा के बाद अब मप्र सरकार ने भी 12 वीं बोर्ड की मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा ली जाने वाली परीक्षा को रद्द कर दिया है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अगर 12वीं का कोई बच्चा बेहतर परिणाम या सुधार के लिए परीक्षा देना चाहेगा तो उसके लिए विकल्प खुला रहेगा। उन्होंने बच्चों का जीवन हमारे लिए अनमोल है। देश इस समय बड़े संकट से जूझ रहा है। कोरोना के रूप में आए इस संकट से जीवन की रक्षा हमारा पहला लक्ष्य है। बच्चों का जीवन हमारे लिए अनमोल है। ऐसे समय जबकि लोग कोरोना के कष्ट सह रहे हैं बच्चों को परीक्षा के बोझ में नहीं डाला जा सकता है। बच्चों के केरियर की चिंता हम बाद में कर लेंगे लेकिन बोझ नहीं डाला जा सकता है।
उन्होंने कहा कि 12वीं का रिजल्ट तैयार करने के लिए मंत्रियों का समूह बनाया गया है। यह समूह विशेषज्ञों से चर्चा करने के बाद रिजल्ट किस प्रकार से घोषित किया जाएगा यह तय करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि कोई बच्चा बेहतर परिणाम या सुधार के लिए परीक्षा देना चाहेगा तो कोरोना संकट समाप्त होने के बाद 12 वीं की परीक्षा दे सकेगा।बता दें की इससे पहले मध्यप्रदेश सरकार 10 वीं बोर्ड की परीक्षा पहले ही रद्द कर चुकी है। 10 वीं का रिजल्ट आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर घोषित करने के निर्देश दिए गए हैं।