गोलगप्पे खाने वाले हो जाएं सावधान! तीखा पानी हो सकता है खतरनाक, 22% नमूने फेल

भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI), कर्नाटक ने पाया कि राज्य में बेचे गए पानीपुरी के लगभग 22% नमूने क्‍वाल‍िटी स्‍टैंडर्ड पर पूरी तरह फेल है।

Update: 2024-07-01 15:08 GMT

Pani Puri Adulteration :गोलगप्पों का नाम सुनकर हर किसी के मुंह में पानी आ ही जाता है जाहिर सी बात है तीखे, चटपटे और मीठे पानी और गप्पे खाने पर एक अलग ही आनंद मिलता है। लेकिन गोलगप्‍पे का तीखा पानी आपकी सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। जी है हाल में भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI), कर्नाटक ने पाया है कि राज्य में बेचे गए पानीपुरी के लगभग 22% नमूने क्‍वाल‍िटी स्‍टैंडर्ड पर पूरी तरह फेल है जो सेहत के लिहाज से बिलकुल भी खाने लायक नहीं हैं।

कैंसर का कारण बन सकते हैं चटखारेदार गोलगप्पे

आपको बताते चलें कि, इसे लेकर भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI), कर्नाटक ने पानीपुरी के सैंपलों की जांच की थी। जिसमें पानीपूरी के 260 सैंपलों में से 41 को असुरक्षित कहा गया क्योंकि उनमें कृत्रिम रंग और कैंसर पैदा करने वाले एजेंट थे. जबकि बाकी 18 की क्‍वाल‍िटी बहुत खराब थी, ज‍िन्‍हें खाया नहीं जाना चाहिए। इसके अलावा इन सैंपलों की जांच से यह भी माना गया कि, अगर हम गोलगप्पो का तीखा पानी ज्यादा पीते है तो यह पेट की बीमारियों के साथ कैंसर के खतरे को भी बढ़ा देता है।

पुदीने की जगह सिंथेटिक कलर का इस्तेमाल 

आपको बताते चलें कि ,वडोदरा में भी गोलगप्पों के पानी को लेकर जांच की गई थी जहां पर भी गोलगप्पे शुद्धता में खरे नहीं उतरे है। इसकी जांच में पाया गया कि, पुदीने की जगह सिंथेटिक कलर का उपयोग किया जाता है. इसीलिए इसके अधिक सेवन से पेट और आंतों पर असर पड़ता है। सेहत के लिए आपको इसके सेवन पर ध्यान देना चाहिए।

Tags:    

Similar News