INS विक्रमादित्य में लगी आग, कर्मचारियों ने आग पर पाया काबू, जांच के आदेश

Update: 2021-05-08 06:21 GMT

नईदिल्ली।  भारतीय के विमान वाहक युद्धपोत आईएनएस विक्रमादित्य पर आज शनिवार सुबह आग काग गई, जिस पर क्रू मेंबर्स ककी सजगता से जल्द ही काबू पा लिया गया। राहतकी बात ये रही की कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ, सभी कर्मचारी और  युद्धपोत पूरी तरह सुरक्षित है।  नौसेना ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं।

नौसेना के प्रवक्ता के अनुसार आईएनएस कारवार बंदरगाह पर तैनात जहाज के सेलर एकामडेशन कंपार्टमेंट में आज सुबह अचानक से आग लग गई।ड्यूटी स्टाफ ने उठ रही आग और धुएं को देखने के बाद फायर फाइटिंग ऑपरेशन लांच किया गया।  जिससे जल्द ही उन्होंने आग पर काबू पा लिया।  उन्होंने बताया की आग बुझा दी गई है और पोत में सवार सभी कर्मी सुरक्षित हैं। बयान में कहा गया है कि जहाज में नौसैनिकों के रहने वाले हिस्से से धुआं उठते देख पोत के ड्यूटी कर्मियों ने आग को बुझाने के लिए तत्काल कार्रवाई की। पोत में सवार सभी कर्मियों की गिनती की गई और कोई बड़ा नुकसान नहीं पहुंचा है।

2013 में भारतीय सेना में शामिल - 

आईएनएस विक्रमादित्य का पुराना नाम एडमिरल गोर्शकोव है। कीव क्लास के इस विमान वाहक पोत को रूस से भारत ने 2.33 अरब डॉलर के सौदे के तहत खरीदा था। इसने 1996 तक सोवियत और रूसी नौसेना में अपनी सेवाएं दी हैं। खास बात है कि तीन फुटबॉल मैदानों के बराबर इस पोत पर कुल 22 डेक हैं और इसमें 1600 कर्मी रह सकते हैं। इस इकलौते विमानवाहक युद्धपोत को 16 नवम्बर, 2013 को भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था।

हेलीकॉप्टर होंगे तैनात -

भारतीय ​नौसेना​ को अमेरिका से मिलने वाले सभी 24 ​​एमएच-60 ​रोमियो ​​​हेलीकॉप्टर​​ इसी विमान वाहक पोत से संचालित होंगे​​।​ इन्हें 2023 या अंत तक ​नौसेना के बेड़े में ​शामिल किया जाएगा। नौसेना का दूसरा विमानवाहक युद्धपोत आईएनएस विक्रांत अभी परीक्षण के दौर से गुजर रहा है। इसके 2021 के अंत या 2022 की शुरुआत में इसके नौसेना के परिवार का हिस्सा बनने की उम्मीद है। 

Tags:    

Similar News