ISRO EOS Satellite: अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट EOS-08 लॉन्च, आपदा आने से पहले ही मिल जाएगी जानकारी
ISRO EOS Satellite : नई दिल्ली। इसरो (भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन) ने आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से SSLV-D3/EOS-08 मिशन की तीसरी और अंतिम विकासात्मक उड़ान का सफल प्रक्षेपण किया। इस सेटेलाइट के लॉन्च के बाद प्राकृतिक आपदाओं की समय रहते जानकारी मिल जाएगी।
इस सैटेलाइट से धरती की हलचल सुनी जा सकती है। सैटेलाइट लॉन्च के बाद भूकंप, सुनामी या अन्य प्राकृतिक आपदाओं की जानकारी समय रहते ही दे देगा। इससे आपदा प्रबंधन में काफी मदद होगी। स्वतंत्रता दिवस के दूसरे दिन यानि 16 अगस्त को इस सैटेलाइट का सफल प्रक्षेपण इसरो समेत पूरे देश के लिए बड़ी उपलब्धि है।
स्मॉल सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल :
बता दें कि, EOS-08 इसरो का नवीनतम अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट है, जिसे स्मॉल सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (SSLV)-D3 द्वारा लॉन्च किया गया है।
SSLV की विकास प्रक्रिया पूरी :
इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने कहा, "SSLV-D3/EOS-08 की तीसरी विकासात्मक उड़ान सफलतापूर्वक पूरी हो गई है। रॉकेट ने अंतरिक्ष यान को योजना के अनुसार बहुत सटीक कक्षा में स्थापित कर दिया है। मुझे लगता है कि इंजेक्शन की स्थितियों में कोई विचलन नहीं है। अंतिम कक्षा ट्रैकिंग के बाद पता चलेगी लेकिन वर्तमान संकेत यह है कि सब कुछ सही है। EOS-08 उपग्रह के साथ-साथ SR-08 उपग्रह को भी युद्धाभ्यास के बाद प्रक्षेपित कर दिया गया है। SSLV-D3 टीम, परियोजना टीम को बधाई। SSLV की इस तीसरी विकासात्मक उड़ान के साथ, हम घोषणा कर सकते हैं कि SSLV की विकास प्रक्रिया पूरी हो गई है।"