PM Modi Rajya Sabha : आपातकाल, मणिपुर, CBI - ED सबका दिया जवाब, विपक्ष के वॉकआउट पर पीएम का तंज

PM Modi in Rajya Sabha : पीएम मोदी ने कहा कि, बंगाल में महिलाओं को सरेआम सड़क पर पीटा गया। किसी ने उसकी मदद नहीं की। संदेशखाली की घटना पर जो पीड़ा है उनके शब्दों में भी नहीं है।

Update: 2024-07-03 06:39 GMT

PM Modi in Rajya Sabha

PM Modi in Rajya Sabha दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा की। इस दौरान पीएम मोदी ने विपक्ष के कई सवालों का जवाब दिया। पीएम मोदी ने आपातकाल से लेकर मणिपुर और सीबीआई और ईडी के दुरूपयोग पर भी सरकार के पक्ष को रखा। प्रधानमंत्री के भाषण के दौरान जब विपक्ष ने वॉकआउट कर दिया तो उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि, जिनमें सच सुनने की हिम्मत नहीं वे कर भी क्या सकते हैं। जनता ने उन्हें गली मौहल्ले में चिल्लाने के अलावा कहीं का नहीं छोड़ा।

सरकार का एक तिहाई कार्यकाल हुआ, दो तिहाई बाकी :

पीएम मोदी ने कहा कि, दबे मन से कांग्रेस हार स्वीकार कर रही है। कांग्रेस के कुछ लोगों को हम धन्यवाद करते हैं। जो वो कहते थे उनके मुंह में घी - शक्कर। उन्होंने कहा था एक तिहाई सरकार। इससे अच्छा क्या हो सकता है कि सरकार का एक तिहाई कार्यकाल हुआ है दो तिहाई कार्यकाल बाकी है। दस वर्षों तक सेवा भाव से किये कार्य को जनता ने आशीर्वाद दिया है। इस चुनाव में देशवासियों ने विपक्ष के एजेंडे को परास्त किया है। जंगता ने परफॉर्मेंस को प्राथिमिकता दी है। भ्रम की राजनीति को अस्वीकार कर दिया गया है।

मणिपुर पर भी बोले पीएम मोदी :

राज्यसभा में मणिपुर पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, "सरकार मणिपुर में स्थिति को सामान्य बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। 11,000 से अधिक एफआईआर दर्ज की गई हैं और 500 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मणिपुर में हिंसा की घटनाएं लगातार कम हो रही हैं। आज राज्य में स्कूल, कॉलेज, कार्यालय और अन्य संस्थान खुले हैं। केंद्र और राज्य सरकार शांति बहाल करने के लिए सभी हितधारकों से बात कर रही है। केंद्रीय गृह मंत्री कई हफ्तों तक वहां रहे। केंद्र सरकार बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए मणिपुर को पूरा सहयोग दे रही है। आज एनडीआरएफ की 2 टीमें मणिपुर पहुंच गई हैं। मैं चेतावनी देता हूं कि जो लोग आग में घी डालने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें मणिपुर नकार देगा। कांग्रेस ने मणिपुर में 10 बार राष्ट्रपति शासन लगाया था ये बात भी उन्हें याद रखनी चाहिए।

घोटाला करें आप, एक्शन लेने पर गाली दे मोदी को :

पीएम मोदी ने कहा, घोटाला आप (AAP) करें, आपकी शिकायत करें कांग्रेस और अगर कार्रवाई करें तो गाली देते हैं मोदी को। मैं आप वालों से कहता हूँ कि, कांग्रेस से पूछे की आपके खिलाफ जो फ़ाइल उन्होंने दिखाई वो सच थी या झूठ। इन लोगों का दोहरा रवैया है। दिल्ली में एक मंच पर बैठकर जांच एजेंसियों पर आरोप लगाते हैं वहीं केरल में शहजादे उनके सहयोगी दल के सीएम को जेल भेजने की बात करते हैं। जांच एजेंसियों का दुरूपयोग कैसे होता है वो मैं आपको बताता हूँ -

साल 2013 का बयान है - कांग्रेस से लड़ना आसान नहीं है - सीबीआई और इनकम टैक्स को पीछे लगा देगी। ये बयान मुलायम सिंह जी का है। रामगोपाल जी बताएं क्या वे झूठ बोलते थे। राजनीति में कदम रखते ही भतीजे पर सीबीआई का फंदा किसने लगाया ये भी सभी को पता है।

भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में हम जी जान से जुटे हुए हैं।

पेपर लीक पर भी बोले पीएम मोदी :

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, "राष्ट्रपति जी ने अपने अभिभाषण में पेपर लीक को बहुत बड़ा मुद्दा बताया। मुझे उम्मीद थी कि सभी दल दलगत राजनीति से ऊपर उठकर बोलेंगे। लेकिन दुर्भाग्य से उन्होंने इतने संवेदनशील और महत्वपूर्ण मुद्दे को भी, युवाओं के भविष्य से जुड़े मुद्दे को भी राजनीति की बलि चढ़ा दिया। इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या हो सकता है? मैं देश के युवाओं को भरोसा दिलाता हूं कि आपके साथ धोखा करने वालों को ये सरकार बख्शने वाली नहीं है।"

"मेरे देश के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वालों को सख्त से सख्त सजा मिले, इसके लिए एक के बाद एक कार्रवाई की जा रही है। संसद में हमने इन अनियमितताओं के खिलाफ सख्त कानून बनाए हैं। हम पूरी व्यवस्था को मजबूत कर रहे हैं ताकि मेरे देश के युवाओं को भविष्य में आशंका की स्थिति में न रहना पड़े और वो आत्मविश्वास के साथ अपना सामर्थ्य दिखाएं और वो पाएं जो उनका हक है।"

आपातकाल पर पीएम ने कांग्रेस को घेरा :

मैं समझ नहीं पा रहा हूँ कि, तीसरी बार हारने पर कांग्रेस किस तरह खुश हैं। खड़गे जी ने लम्बे समय तक उनकी सेवा की है। जब भी हार का ठीकरा फूंटता है तो वे (कांग्रेस) दलित को आगे कर देते हैं। स्पीकर के चुनाव में भी उन्होंने दलित को आगे कर दिया। वे हार गए। कांग्रेस ने रामनाथ कोविंद और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का भी अपमान किया। कई वरिष्ठ नेताओं के बयान से देश को निराशा हुई। क्या कांग्रेस 1977 का चुनाव भूल गई। याद कीजिए जनता ने लोकतंत्र की रक्षा के लिए कैसे वोट किया था। संविधान की रक्षा के लिए वह सबसे बड़ा चुनाव था। अगर यह देश के चुनाव भी देश के संविधान की रक्षा के लिए था तो ये जिम्मेदारी हमें मिली है।

आपातकाल के दौरान किस तरह संविधान पर बुलडोजर चला खड़गे जी भी जानते हैं। करोड़ों लोगों को यातनाएं दी गई। सदन में जो हुआ वो तो रिकॉर्ड में है। वो कौन सा संविधान था जिसके आधार पर कांग्रेस ने सात साल सरकार चलाई। 38 वां, 42वां संविधान संशोधन क्या था। आपके मुंह से संविधान की रक्षा शब्द अच्छा नहीं लगता। पीएम पद के ऊपर एनएसी बैठाकर सरकार चलाई। वो कौनसा संविधान है जो एक सांसद को कैबिनेट के निर्णय को फाड़ देने की शक्ति देता है। संविधान की मर्यादा को तार - तार करके एक परिवार को किस आधार पर वरीयता दी गई। आप जय संविधान कहते हैं - आपने इंदिरा इस इंडिया और इंडिया इज इंदिरा कहकर सरकार चलाई। आपातकाल की बात नहीं करके क्यों क्योकि वो पुराना हो गया। अरे अगर पुराण हो गया तो पाप - पाप नहीं रह गया क्या।

जयप्रकाश नारायण को कैसे प्रताड़ित किया ये तो सभी को याद है। कुछ लोग आपातकाल के समय घर से तो निकले लेकिन कभी वापस नहीं लौटे ये घटना भी हुई है। अल्पसंख्यकों की बात करते हैं कुछ लोग मैं पूछना चाहता हूँ कि, तुर्कमान गेट पर क्या हुआ ये उन्हें याद नहीं क्या ?

पीएम ने राज्यसभा में उठाया पश्चिम बंगाल का मुद्दा :

पीएम मोदी ने कहा कि, बंगाल में महिलाओं को सरेआम सड़क पर पीटा गया। किसी ने उसकी मदद नहीं की। संदेशखाली की घटना पर जो पीड़ा है उनके शब्दों में भी नहीं है। वे अपने मुँह पर ताले डालकर बैठ गए हैं। दिग्गज नेता ऐसी बातों को जब नजरअंदाज करते हैं तो माताओं बहनों को अधिक पीड़ा होती है। राजनीति इतनी सिलेक्टिव हो तो दुःख होता है।

पद्मा अवार्ड में भी ट्रांस्जेंडर्स को शामिल किया :

आजादी के बाद जिन्हें कभी पूछा नहीं गया उन्हें हमारी सरकार पूजती भी है। हमारे समाज में किसी न किसी कारण से अपेक्षित होने वाला वर्ग ट्रांस्जेंडटर्स का है। हमने उनके लिए भी कार्य शुरू किया है। पद्मा अवार्ड में भी ट्रांस्जेंडर्स को अवार्ड देने में सरकार आगे आई है। बंजारा परिवारों के लिए एक अलग बोर्ड बनाया है ताकि वे सकें। पीवीटीजी हम सुनते आए हैं। आजादी के बाद उनकी तरफ किसी ने नहीं देखा। ये समुदाय बिखरा हुआ है। उनकी वोट की ताकत नहीं है इसलिए किसी ने उनके नहीं पूछा लेकिन हम उन्हें पूछ रहे हैं। गरीबों के नाम पर बैंक का राष्ट्रीकरण किया गया लेकिन रेड़ी - पटरी वाले कभी बैंक की दहलीज तक नहीं पहुँच सके।

मैं डिबेट में स्कोर करने नहीं आया :

मैं यहां कोई डिबेट में स्कोर करने नहीं आया। जनता को पल - पल का हिसाब देना मैं अपना कर्तव्य मानता हूँ। देश में फर्टिलाइजर की समस्या हुई तो हमने 12 लाख करोड़ रुपए सब्सिडी दी। सरकार ने किसानों के बोझ को अपने कंधे पर उठाया। एमएसपी में भी बढ़ौतरी की और खरीद का नया रिकॉर्ड बनाया है। कांग्रेस की तुलना में हमने धान और गेंहूं में ढ़ाई गुना अधिक पैसा दिया है। अन्न भंडारण का सबसे बड़ा प्रोजेक्ट हमने अपने हाथों में लिया है।

विपक्ष ने किया वॉकआउट : 

विपक्ष ने राज्यसभा में पीएम के भाषण के दौरान वाक आउट कर दिया। पीएम ने कहा कि, देश देख रहा है झूठ बोलने वालों की सच सुनने की ताकत नहीं होती। जिनके हौसले नहीं है वे इतनी चर्चा के बाद सवालों के जवाब सुनने की हिम्मत नहीं है। ये राज्यसभा की परम्परा को अपमानित कर रहे हैं। देश की जनता ने उन्हें इस तरह हराया है कि, गली मोहल्ले में चिल्लाने के अलावा उनके पास कुछ नहीं बचा है।

LoP को बोलने दो नारे से गूंजा सदन :

राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राज्यसभा में बोलने के दौरान विपक्षी सांसदों ने 'विपक्षी दल को बोलने दो' के नारे लगाए। आरोप है कि विपक्ष के नेता को बोलने नहीं दिया गया।

अभी तो मेन कोर्स बाकी है :

इस बार जनता ने हमें देश की अर्थव्यवस्था को पांच से तीन नंबर पर लाने के लिए जनादेश दिया है। यहां कुछ ऐसे विद्वान है जो ये मानते हैं कि, अर्थव्यवस्था अपने आप तीसरे नंबर पर पहुँचने वाली है, अब इनकी आदत रिमोट कंट्रोल और ऑटो पायलेट मोड़ पर सरकार चलाने की है लेकिन हम मेहनत करने वाले लोग हैं। हमारे कार्यों में गहराई भी होगी और ऊंचाई भी होगी। हमारे संकल्प के हिसाब से जो कार्य हुआए वो तो ट्रेलर है अभी तो मेन कोर्स बाकी है।

संविधान हमारे लिए बेहद मूल्यवान :

संविधान हमारे लिए बेहद मूल्यवान है। मुझे याद है संविधान दिवस मनाने का विरोध उन्हीं लोगों ने किया था जो आज संविधान लहराते रहते हैं। संविधान पर देश के स्कूल - कॉलेज में चर्चा हो, देशवासियों के लिए संविधान प्रेरणा बने यही हमारी कोशिश थी। देश के कोने - कोने में संविधान की भावना को पहुँचाया जा रहा है। देश की जनता ने तीसरी बार हमें अवसर दिया है वह आत्मनिर्भर और विकसित भारत के संकप्ल को पूरा करने के लिए देश के लोगों ने आशीर्वाद दिया है। ये चुनाव दस वर्षों की सिद्धि और भविष्य की कल्पना के लिए हमें चुना।

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