युवती की मौत पर कांग्रेस ने शुरू की राजनीति, मुख्यमंत्री ने दिए मजिस्ट्रियल जांच के आदेश
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए सरकार और कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।
भोपाल। इंदौर के महू में एक आदिवासी युवती की मौत और उसके बाद हुए हंगामे को लेकर राजनीतिक रस्साकशी शुरू हो गई है। जयस के कार्यकर्ता तो बुधवार रात तक चले चक्काजाम और हंगामे में ही शामिल हो गए थे। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने घटना की मजीस्टीरियल जांच के आदेश दिए हैं, वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने इसे लेकर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने महू में एक आदिवासी युवती की मौत और इसके बाद पुलिस पर हमले की घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। उधर, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए सरकार और कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए कहा है कि आदिवासी युवती से गैंगरेप के बाद हत्या और फिर पुलिस फायरिंग में आदिवासी युवक की मौत ने मध्यप्रदेश में जंगलराज को साबित किया है। घटना की जांच के लिए वरिष्ठ आदिवासी विधायकों का जांच दल गठित किया है। अब इस भाजपा सरकार से कोई उम्मीद नहीं बची है।
गौरतलब है कि युवती की बुआ ने उसकी भतीजी के साथ पाटीदार समाज के युवकों द्वारा गैंगरेप और हत्या का आरोप है। युवती के भाई ने किसी यदुनंदन परासिया का लेकर कहा कि वह उसकी बहन को अपनी पत्नी बता रहा है, जबकि ऐसा कुछ नहीं है। वहीं, पुलिस करंट लगने से युवती की मौत होने की बात कह रही है।